April 27, 2024

गोवा में BJP की रणनीति से जीतकर भी हार गई कांग्रेस

New Delhi/Alive News : गोवा में बीजेपी सरकार बनाने की तैयारियों में जुटी है वहीं इस मामले में कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. कांग्रेस विधायक दल के नेता ने सुप्रीम कोर्ट में राज्यपाल के फ़ैसले को चुनौती दी है. कांग्रेस का कहना है कि गोवा में वो सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया जाना चाहिए. मंगलवार को कोर्ट इस मामले की सुनवाई करने के लिए एक स्पेशल हेयरिंग करेगा. उधर बीजेपी ने गोवा में ग़ैर कांग्रेसी पार्टियों के विधायकों को साथ लेकर बहुमत का दावा किया और राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का मौका दिया था. राज्यपाल ने पर्रिकर को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय भी दिया है. इधर गोवा का सीएम बनने के लिए मनोहर पर्रिकर ने रक्षामंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है जिसे मंजूर भी कर लिया गया है. वित्तमंत्री अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

कांग्रेस विधायक सत्ता की दौड़ में पिछड़ने के चलते अपने नेतृत्व को ज़िम्मेदार ठहर रहे़ हैं.

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि हम लोग जब सरकार बनाने की कोशिश में थे. उस वक़्त कांग्रेस अपने पार्टी नेता के चुनाव में अपना वक़्त ज़ाया कर रही थी. हमने सारी प्रक्रियाएं पूरी कर राज्यपाल से मुलाक़ात की और राज़्यपाल ने हमें 15 दिनों के भीतर सदन में बहुमत साबित करने का समय दिया है.

गोवा का नंबर गेम
विधानसभा में कुल सदस्य 40
बहुमत का आंकड़ा 21
कांग्रेस के पास 17 विधायक
बीजेपी के पास 13 विधायक
एमजीपी, जीएफपी के पास 3-3 विधायक
दोनों पार्टियों का बीजेपी को समर्थन
एनसीपी के पास 1 विधायक
एनसीपी कांग्रेस के साथ जा सकती है
3 निर्दलीय विधायकों के पास सत्ता की चाबी
बीजेपी का दावा निर्दलीय उनके साथ
बीजेपी का दावा : 22 विधायकों का साथ
गोवा विधानसभा (कुल सीट- 40) (बहुमत- 21)
बीजेपी- 13 सीट
एमजीपी- 3 सीट
जीएफपी -3 सीट
निर्दलीय-3 सीट

कांग्रेस का दावा : जुटा लेंगे समर्थन
गोवा विधानसभा (कुल सीट- 40) (बहुमत- 21)
कांग्रेस- 17 सीट
जीएफपी – 3 सीट (बातचीत जारी)
निर्दलीय-3 सीट (बातचीत जारी)

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि नॉर्मल कनवेंशन में सिंगल लार्जेस्ट पार्टी को पहले बुलाया जाता है. दिल्ली में भी यही हुआ था. जब बीजेपी को बुलाया गया था, और बाद में आप को बुलाया गया था और उन्होंने सरकार बनाई थी. महामहिम को ये प्रक्रिया अपनानी चाहिए थी.