April 26, 2024

वाईएमसीए विश्वविद्यालय में ‘संविधान दिवस’ पर परिचर्चा आयोजित

फरीदाबाद: वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा ‘संविधान दिवस’ के उपलक्ष्य में आज एक संगोष्ठी एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया तथा भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीम राव आम्बेडकर को श्रद्धांजलि दी गई। उल्लेखनीय है कि सरकार ने 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।

इसी दिन वर्ष 1949 में भारतीय संविधान को स्वीकार किया गया था। यह दिवस संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में संविधान निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले डॉ भीम राव अम्बेडकर की 125वीं जयंती पर उनको श्रद्धांजलि देने एवं इस कड़ी में वर्षभर होने वाले कार्यक्रमों का हिस्सा है। इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी डॉ सुखबीर सिंह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे तथा डॉ अम्बेडकर एवं भारतीय संविधान से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम की शुरूआत कुलपति डॉ दिनेश कुमार, फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग एवं टैक्नोलॉजी के डीन डॉ संदीप ग्रोवर तथा डॉ सुखबीर सिंह द्वारा विधिवत रूप से भारत रत्न डॉ अम्बेडकर के चित्र पर माल्र्यापण तथा पुष्प अर्पण द्वारा हुई। कुल सचिव डॉ तिलक राज तथा मानविकी एवं विज्ञान विभाग के डीन तथा एससी व एसटी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राज कुमार ने भी डॉ आम्बेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का संबोधित करते हुए डॉ सुखबीर सिंह ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के दौरान डॉ आम्बेडकर एवं उनके जीवन पर आधारित लगभग 5 मिनट का एक वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया। विद्यार्थियों द्वारा भी डॉ आम्बेडकर के जीवन एवं भारतीय संविधान की प्रस्तावना चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ सोनिया बंसल ने किया। कार्यक्रम के अंत में कुल सचिव डॉ तिलक राज ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।