April 19, 2024

सीरिया में रशियन आर्मी के रास्ते में जो आएगा, तबाह हो जाएगा

मॉस्को: रशियन प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि सीरिया में उनकी आर्मी के रास्ते में जो भी आएगा, उसे हम कड़ा सबक सिखाते हुए तबाह कर देंगे। उन्होंने शुक्रवार को मॉस्को में डिफेंस मीटिंग के दौरान यह बात कही। बता दें कि पिछले महीने तुर्की ने सीरिया में रशियन फाइटर जेट मार गिराया था। पुतिन की धमकी को इसी का रिएक्शन माना जा रहा है।

पुतिन ने क्या कहा?
– फ्री सीरियन आर्मी के 5,000 मेंबर गवर्नमेंट ट्रूप्स के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ लड़ रहे हैं।
– लेकिन सीरिया में मौजूद जिहादी हमारे लिए बड़ा खतरा हैं।
– हमारी आर्मी या इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी ग्रुप को तबाह कर दिया जाएगा।
– मैं रशियन आर्मी को इसके लिए ऑर्डर देता रहा हूं।

सीरिया के कितने हिस्से में आईएस का कब्जा?
– रूस के डिफेंस मिनिस्टर सर्गे शोइगु ने बताया कि इस्लामिक स्टेट ने सीरिया के 70 फीसदी हिस्से पर कब्जा कर रखा है।
– आईएस के 60,000 फाइटर इराक और सीरिया में लड़ रहे हैं।

रूस ने ISIS ठिकानों पर पहली बार दागी सबमरीन मिसाइलें
– बीते बुधवार रूस ने सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर पहली बार सबमरीन से मिसाइलें दागी थीं।
– 2400 किमी दूर कैस्पियन सागर से ये हमला किया गया।
– हमले के बाद पुतिन ने कहा था, “उम्मीद करता हूं कि उनके खिलाफ एटमी हमले की जरूरत नहीं पड़ेगी।”

क्या हुआ है सीरिया में?
– सीरिया में बीते करीब चार साल से सिविल वॉर जारी है। वहां फ्री सीरियन आर्मी जैसे कई ग्रुप असद की आर्मी से लड़ रहे हैं।
– इस्लामिक स्टेट ने भी सीरिया के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया है।
– ऐसे में, असद के लिए अपनी सत्ता को बचा पाना काफी मुश्किल हो रहा है।
सीरिया के मुद्दे पर रूस और अमेरिका जैसे देश क्यों हैं आमने-सामने?
– अमेरिका सीरियाई प्रेसिडेंट असद को हटाना चाहता है। रूस असद का खुलकर सपोर्ट करता है।
– असद की आर्मी इस्लामिक स्टेट और पश्चिमी देशों के सपोर्ट वाले विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रही है। रूस असद की आर्मी के साथ है।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अफसरों ने दावा किया है कि रूस सीरिया के उन इलाकों पर भी हवाई हमला कर रहा है, जहां आईएसआईएस

एक्टिव नहीं है।
– ये वे इलाके हैं जहां सीरियाई प्रेसिडेंट असद के खिलाफ काम कर रहे कई विद्रोही संगठन एक्टिव हैं।
– रूस ने पिछले दिनों तुर्की के एयरस्पेस का भी वॉयलेशन किया। इससे अमेरिका और भड़क गया है।
– रूस के साथ सीरिया, ईरान और इराक जैसे देश हैं। वहीं, रूस के खिलाफ अमेरिका की अगुआई में ब्रिटेन, तुर्की और बाकी देश हैं।