April 20, 2024

स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए किए जाने वाले कार्य जमीनी स्तर पर भी दिखे : डा डी. सुरेश

Faridabad/Alive News : गुरूग्राम मण्डल के आयुक्त डा डी. सुरेश ने स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिये विशेषज्ञों की सेवायें लेने की आवश्यकता पर जोर दिया है। फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटिड की अन्तर-विभागीय समन्वय समिति की आज यहां नगर निगम सभागार में हुई एक बैठक में अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मण्डलायुक्त ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत किये जाने वाले कार्य जमीनी स्तर पर दिखाये देनेे चाहिए। उन्होंने एफ.एस.सी.एल. (फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड) के प्रबन्धन में सुप्रशिक्षित व कार्यकुशल कर्मचारियों को ही नियुक्त करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि नगर निगम फरीदाबाद को भी स्मार्ट सिटी परियोजना की सुदृढ़ता के लिए अपने आर्थिक संसाधनों के विकसित करना होगा।

उन्होंने एफ.एस.सी.एल. को आह्वान किया कि वे देश में पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप के तहत सफल हुई परियोजनाओं का अध्ययन करके उन्हें स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के लिए अपनाए।  उन्होंने एफ.एस.सी.एल. की सी.ई.ओ. सोनल गोयल की इस बात पर सहमति व्यक्त की कि स्मार्ट परियोजना के लिए प्रत्येक विभाग के द्वारा एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जानी चाहिए। आज की इस बैठक में एफ.एस.सी.एल. की सी.ई.ओ. सोनल गोयल, उपायुक्त डा चन्द्रशेखर, पुलिस आयुक्त हनीफ कुरेशी, प्रशासक हुड्डा यशवेन्द्र सिंह के इलावा स्वास्थ्य, रेलवे, राज्य परिवहन प्राधिकरण, राज्य परिवहन, बिजली निगम सहित अनेकों विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।

एफ.एस.सी.एल. की सी.ई.ओ. ने स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से प्रकाश डाला और बताया कि एरिया बेस्ड डिवलैपमेंट में 1227 एकड़ क्षेत्र को अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के तहत विकसित किया जाएगा, जिसमें पानी, सीवर, सड़कों, स्ट्रीट लाईटें, वाई-फाई, उद्यान, पर्यावरण की परियोजनायें शामिल होंगी। परियोजनाओं के इलावा रिनिवेबल एनर्जी, रिसाईकल वाटर, बेहतर यातायात प्रबन्धन आदि की परियोजना सम्मिलित होंगी। जिन पर लगभग 2100 करोड़ रूपये का खर्चा आएगा। उन्होंने बताया कि पैन सिटी परियोजना के तहत स्मार्ट टैफिक व ट्रांजिट मैनेजमैन्ट सिस्टम के कार्यों पर लगभग 500 करोड़ रूपये का खर्चा आएगा।

उन्होेंने बताया कि स्मार्ट सड़क, स्टीट रिडिजाईन और पार्कों के लिए पायलट परियोजनायें शुरू की जायेगी। परियोजना प्रबंधन सलाहकार के लिए आर.पी.एफ. भी शीघ्र ही प्रकाशित कर दिया जायेगा।  मानव संसाधन प्रबंधन नीति के तहत एस.पी.वी. के लिए अन्य नियुक्ति की कार्यवाही भी प्रक्रियागत है। बड़खल झील व बराही के तालाब के जीर्णोद्धार, मल्टी माडल ट्रांजिट हब के डिजाईन प्रतियोगिता का आयोजन होगा।  उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी पर काम धीरे धीरे गति पकड़ रहा है और इसमें तेजी लाने के लिए उन्होंने सभी विभागों से स्मार्ट सिटी मिशन से सम्बन्धित कार्यों में पूर्ण सहयोग देने की सभी विभागों से अपील की।

पुलिस आयुक्त हनीफ कुरेशी ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस बात का अध्ययन अवश्य किया जाना चाहिए कि सर्विस डिलीवरी सिस्टम में शहर कहां पर है तथा किस लेवल पर हमें लेकर जाना है उन्होंने सर्विस लेवल प्रतीक फिक्स करके डाटावेस तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया। जिला उपायुक्त डा. चन्द्रशेखर ने स्मार्ट सिटी परियोजना के लिए सभी को जुनून के साथ काम करने का आह्वान सभी सम्बन्धित से किया और विश्वास व्यक्त किया कि सभी की भागीदारी से फरीदाबाद शहर निश्चित तौर से  एक विश्वस्तरीय शहरों की श्रेणी में सम्मिलित होगा। बैठक के अंत में नगर निगम के अधीक्षण अभियंता अनिल महता ने उपस्थित केन्द्र व राज्य सरकार के सभी अधिकारीगण का बैठक में आने पर धन्यवाद किया।