March 29, 2024

देश के अलग-अलग हिस्सों में आईएस के 15 सिलिपर

केरल से 15 लोगो के आईएस तक पहुंचने की खबर भारत में इस आतंकी संगठन के बढ़ते दायरे का नया संकेत है.इनमें से ज्यादातर लोग केरल के कासरगोड जिले से हैं. खुफिया एजेंसियों ने इस मामले की पड़ताल शुरू कर दी है. देश में बर्बर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के फैलते असर का यह एक और संकेत है. द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक केरल से मध्य-पूर्व गए कम से कम 15 लोगों के बारे में आशंका जताई जा रही है कि वे आईएस में शामिल हो गए हैं. ये लोग काफी दिनों से गायब थे. अब इनमें से कुछ के रिश्तेदारों का कहना है कि उन्हें कुछ दिन पहले कुछ अज्ञात नंबरों से वट्सऐप मैसेज मिले हैं जिनमें दावा किया गया है कि ये लोग इस्लामिक स्टेट पहुंच गए हैं.

इनमें से 11 लोग कासरगोड जिले से हैं. वहां के सांसद पी करुणाकरन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पी विजयन से मिलकर इस मामले की पड़ताल की मांग की है. करुणाकरन के मुताबिक उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह तक भी यह बात पहुंचाई है. बाकी चार लोग पलक्कड़ जिले से हैं.

सूत्रों के मुताबिक ये 15 लोग अलग-अलग ग्रुप बनाकर बीते महीने मध्य-पूर्व के लिए निकले थे. इनमें पांच विवाहित जोड़े हैं. ये सभी पढ़े लिखे हैं और इनमें से कुछ तो डॉक्टर और इंजीनियर तक हैं. बताया जा रहा है कि इन्होंने यात्रा पर निकलने से पहले जाने की अलग-अलग वजहें बताई थीं. जैसे एक जोड़े ने अपने रिश्तेदारों को बताया था कि वह कोई नया काम शुरू करने मुंबई जा रहा है. अपनी पत्नी और दो साल के बच्चे के साथ यात्रा पर निकलने वाले एक डॉक्टर का कहना था कि वह नई नौकरी ज्वाइन करने के लिए लक्षद्वीप जा रहा है. ये सभी लोग आपस में संपर्क में भी थे.

सूत्रों के मुताबिक ये लोग अतीत में कभी किसी राजनीतिक या धार्मिक संगठन से नहीं जुड़े थे. इनमें से कुछ तो खाड़ी देशों और बेंगलुरू में नौकरी भी कर चुके थे. बताया जा रहा है कि बीते दो साल के दौरान ही कट्टरपंथ की चपेट में आ गए. इनमें से कुछ ने लंबी दाढ़ी भी रख ली.

इनमें से कुछ तो डॉक्टर और इंजीनियर तक हैं. बताया जा रहा है कि इन्होंने यात्रा पर निकलने से पहले जाने की अलग-अलग वजहें बताई थीं

द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक कासरगोड के पदन्ना कस्बे में रहने वाले अब्दुल सलाम कहते हैं, ‘उनमें से एक स्थानीय स्कूल का मैनेजर भी है. उसने अपनी पत्नी के साथ हाल ही में इस्लाम कबूल किया है. ये सभी अपनी उम्र के तीसरे दशक में हैं.’ अब्दुल सलाम का 23 साल का भतीजा भी इन 13 लोगों में शामिल बताया जा रहा है.

पुलिस ने अभी इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है. केरल पुलिस के मुखिया लोकनाथ बहेड़ा का कहना है कि गायब लोगों के रिश्तेदारों ने अब तक पुलिस से संपर्क नहीं किया है और वे भी अपनी तरफ से पहले पूरी पुष्टि कर लेना चाहते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक राज्य और केंद्रीय स्तर की खुफिया एजेंसियों ने इस मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.

काफी समय से खबरें आ रही हैं कि आईएस भारत में अपना विस्तार करने की कोशिशों में लगा है. अमेरिका भी भारत में आईएस की सक्रियता की आशंका जता चुका है. कुछ समय पहले इस मसले पर केंद्र सरकार ने एक हाई प्रोफाइल बैठक भी की थी. गृह मंत्रालय द्वारा बुलाई गई इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव के अलावा 12 राज्यों के गृह सचिवों और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) ने शिरकत की. बैठक में आईएस के खतरे से निपटने के लिए एक ठोस ब्लू प्रिंट बनाने पर चर्चा हुई. खबरों के मुताबिक सबसे ज्यादा माथापच्ची इस बात पर हुई कि भारतीय युवाओं को आईएस के बहकावे में आने से किस तरह रोका जाए.