April 25, 2024

आत्मविश्वास के दम पर लक्ष्य की करे प्राप्ति : आनंद कुमार

Faridabad/Alive News : मानव रचना इंटरनैशनल स्कूल के स्टूडेंट्स सफलता की टिप्स के साथ उत्साह से भर गए और उन्होंने उज्जवल भविष्य की नई राह तलाश की। इस दिन सुपर 30 ग्रुप के फाउंडर आनंद कुमार मानव रचना कैंपस पहुंचे। उन्होंने स्टूडेंट्स को सफलता के टिप्स दिए। इस मौके पर वह मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) के प्रेसिडेंट डॉ.प्रशांत भल्ला व एमआरईआई के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.संजय श्रीवास्तव से मिले और उन्होंने अपने सुपर 30 की सफलता की कहानी उनके साथ शेयर की।

24-photo-15

इस दौरान उन्होंने कैंपस का दौरा किया और इंफ्रास्ट्रक्चर व सुविधाओं की सराहना भी की। उन्होंने इनोवेशन लैब, रेडियो मानव रचना, सुकैम सोलर एनर्जी लैब, डॉ.ओपी भल्ला सेंट्रल लाइब्रेरी व शूटिंग रेंज की सरहाना की। आनन्द कुमार बिहार के जाने-माने शिक्षक एवं विद्वान हैं। बिहार की राजधानी पटना में सुपर-30 नामक आईआईटी कोचिंग संस्थान के जन्मदाता एवं कर्ता-धर्ता है। वह रामानुज स्कूल ऑफ मैथेमेटिक्स नामक संस्थान का भी संचालन करते हैं।

आनंद कुमार सुपर-30 को इस गणित संस्थान से होने वाली आमदनी से चलाया जाता है। आनन्द कुमार की प्रसिद्धि सुपर-30 की अद्वितीय सफलता के लिए है। आनंद कुमार कई नैशनल व इंटरनैशनल मैथेमेटिक्स जरनल व कॉलम के लिए भी लिखते हैं। केवल यहीं नहीं इन के जीवन से प्रेरणा लेते हुए बालीवुड मूवी भी बन चुकी है। इसकी विशेषता है कि यह नि:शुल्क प्रशिक्षण देते हैं समाज के गरीब एवं पिछड़े विद्यार्थियों को इसमें प्रशिक्षण के लिये चुना जाता है।

नि:शुल्क होने एवं पिछड़े बच्चों को लेने के बावजूद भी यह संस्थान प्रतिवर्ष लगभग 30 बच्चों को आईआईटी में प्रवेश-पात्रता (क्वालिफाई) दिलाने में सक्षम होता आया है। मानव रचना में आंनद कुमार ने सीनियर प्रैफसरों से मिले और सभी मानव रचना इंटरनैशनल स्कूलों के बारहवीं कक्षा के बच्चों को सैशन के माध्यम से आईआईटी के लिए तैयारी करने की टिप्स दी।

इस मौके पर स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए आनंद कुमार ने कहा कि आईआईटी को क्रेक करने के लिए जरूरी है कि स्टूडेंट्स में मजबूत चाह हो और अपने सकारात्मक व्यवहार के साथ स्टूडेंट्स को खुद को पूरी तरह अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समर्पित करे। आत्मविश्वास न खोकर अपनी लक्ष्य की तरफ बढऩे से ही सफलता मिलती है। उन्होंने स्टूडेंट्स को गुरु की इज्जत करने को कहा और उनके दिखाई राह पर चलने को कहा। उनके प्रेरणात्मक भाषण ने स्टूडेंट्स को पूरे उत्साह से भर दिया।