April 25, 2024

दाखिले के बाद किताबों के लिए हर स्कूल में चल रही मारामारी

अब स्कूली बच्चों की किताबें खरीदने में अभिभावकों के पसीने छूट रहे हैं। किताबों के लिए हर स्कूल में मारामारी चल रही है। लेकिन कैंटोनमेंट बोर्ड अपने स्कूलों के विद्यार्थियों को 41 प्रतिशत की रियायत निजी प्रकाशक की किताबों पर देगा। 

Ambala/Alive News : मिशन एडमिशन चल रहा है और दाखिले के बाद अब स्कूली बच्चों की किताबें खरीदने में अभिभावकों के पसीने छूट रहे हैं। किताबों के लिए हर स्कूल में मारामारी चल रही है। लेकिन कैंटोनमेंट बोर्ड अपने स्कूलों के विद्यार्थियों को 41 प्रतिशत की रियायत निजी प्रकाशक की किताबों पर देगा। इसकी सहमति बोर्ड ने दे दी है और पहली से लेकर 5वीं कक्षा के विद्यार्थियों को रियायत पर अनुबंधित बुक डिपो से किताबें खरीद सकेंगे। इस फैसले से बोर्ड के स्कूलों में पड़ने वाले हजारों अभिभावकों को फायदा होगा। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि रूट्स पब्लिक स्कूल में वार्ड नंबर एक, दो और तीन के बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं और स्कूल नर्सरी कक्षा से लेकर केजी और पहली से 5वीं कक्षा तक चल रहा है। जिन विद्यार्थियों ने इस स्कूल के साथ-साथ बोर्ड के अन्य स्कूलों में दाखिला लिया है उन्हें छूट देने का निर्णय बोर्ड ने लिया था।

सहमति के बाद मंजूरी
इसके लिए एक टेंडर भी जारी किया था जिसमें मैसर्स कक्कड़ एंटरप्राइजेज अंबाला छावनी, मैसर्स उप्पल ट्रे¨डग कंपनी शहर, मैसर्स युकटी एंटरप्राइजेज छावनी और मैसर्स जीएस एंटरप्राइजेज छावनी ने निजी प्रकाशक की पुस्तकों पर छूट देने के लिए टेंडर भरा था। इसके बाद बोर्ड की वित्तीय मूल्यांकन समिति ने इसको अपनी सहमति दे दी है और रूट्स स्कूल के बच्चों को सबसे ज्यादा छूट देने का टेंडर मैसर्स कक्कड़ एंटरप्राइजेज छावनी ने भरा। बच्चों को कक्कड़ एंटरप्राइजेज 30 प्रतिशत की छूट पर किताबें देगा। यह छूट निजी प्रकाशक की किताबों पर अंकित एमआरपी पर मिलेगा। कैंटोनमेंट बोर्ड सीईओ वरुण कालिया ने वित्तीय मूल्यांकन समिति की रिपोर्ट के बाद इसे बोर्ड अध्यक्ष एवं बिग्रेडियर और सदस्यों की सहमति के बाद इसे मंजूरी दे दी है।

कैंटोनमेंट बोर्ड कार्यालयएनसीइआरटी पर मिलेगी 12 प्रतिशत की छूट
बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि रूट्स पब्लिक स्कूल की तरह ही एनसीइआरटी की पुस्तकों पर भी बच्चों को छूट मिलेगी। बोर्ड को मैसर्स उप्पल ट्रेडिंग कंपनी शहर ने मूल रकम पर 12 प्रतिशत की छूट देगा। वित्तीय मूल्यांकन समिति ने भी यह दर को फाइनल कर दिया है और बोर्ड के स्कूलों में पढ़ने वाले 8वीं तक बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। हिंदी माध्यम में बोर्ड को कक्षा एलकेजी, यूकेजी और पहली से 5वीं तक के विद्यार्थियों को 41 प्रतिशत की छूट मिलेगी। यह छूट अंग्रेजी माध्यम के प्रकाशकों की किताबों पर मिलनी वाली छूट से कई अधिक है।