April 26, 2024

संभार्य फेस्टिवल में ‘नॉट आउट’ नाटक का मंचन

Faridabad/ Alive News: सेक्टर 12 स्थित हूडा कनवेंशन सेंटर मेंं चल रहे पांच दिवसीय सेकेंड संभार्य थियेटर फेस्टिवल के दूसरे दिन नाटक नॉट आउट का मंचन किया गया। नाटक के माध्यम से देश में किसानों की दयनीय स्थिति को हास्य व्यंग के रूप में पेश किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सीपीएस सीमा त्रिखा मौजूद थी। उन्होंने इस तरह के आयोजनों को बढ़ावा देने की बात कही।
संभार्य फाउंडेशन,हरियाणा कला परिषद, नीफा के सहयोग से आयोजित फेस्टिवल के दूसरे दिन कल्चरल विंग ग्रुप ने नाटक नॉट आउट खेला। नाटक के शुरूआत होते ही ग्रामीण परिवेश मेें ढला एक गांव दिखाई दिया। जिसमें एक किसान काफी दुखी है। क्योंकि कुछ पुंजीवादी लोग अपने रसूक का इस्तेमाल कर किसान की जमीन खरीदना चाहते है। लेकिन किसान अपनी जमीन को बेचना नहीं चाहता। रसूकदार लोग राजनीतिक दबाव डालते है इसके अलावा किसाना को डराते, धमकाते भी है लेकिन फिर भी किसान अपनी जमीन नहीं बेचता। क्योंकि उसे पता है कि उसकी जमीन की कीमत क्या है।


नाटक के निर्देशक मुकेश भाटी ने बताया कि आज देश में किसानों के साथ यही स्थिति चल रही है। केरल के किसानों ने भी दिल्ली आकर प्रदर्शन किया था लेकिन सरकार नहीं जागी। ऐसी स्थिति में किसानों को खुद ही उठना होगा और अपने निर्णय खुद ही लेने होंगे। नाटक के अंत में एक ऐसा मोड़ आता है कि किसान फावड़े की जगह लाठी उठा लेता है और कहता है कि अब देश का कोई किसान अपनी जमीन नहीं बेचेगा। और कोई पूंजीवादी लोग किसान से जमीन भी नहीं हड़प सकते है। नाटक के लेखक मनोज मित्र है। इसके अलावा नाटक का अनुवाद सांत्वना निगम ने किया है। सह निर्देशक राधा भाटी और भूपेंद्र सिंह ने किया। नाटक नॉट आउट में फरीदाबाद के 12 कलाकार मुकेश भाटी, राधा भाटी, दीपिका राणा, दीपक गर्ग, भरत, कृष्णा कुमार, रितिक दास, अबदुल सलीम खान, योगेश कर्दम, नेहा धीमन, यतिन खत्री , साहिल देवगन, रोहताश सिंह ने शानदार एक्टिंग से लोगों का दिल जीता। इसके अलावा लाइट पर शत्रुधन नागर, म्यूजिक पर भूपेंद्र सिंह, सेट अभिषेक सिंह राजपूत ने किया।
संभार्य फाउंडेशन के डॉयरेक्टर अभिषेक देशवाल ने बताया कि फेस्टिवल के तीसरे दिन यानी संडे को नाटक ‘साइकल का दाह संस्कार’ होगा। जिसे मदन डागर ने डॉयरेक्ट किया है। इस मौके पर जगत मदान, कृष्णकांत राय, विनोद नर्वत, चिराग मोहना, सतीश बैंसला, धीरज हिंदुस्तानी, ब्रज मोहन भारद्वाज आदि मौजूद थे।