March 29, 2024

बाल बसेरा किड्स प्लेनेट ने धूमधाम से मनाया वार्षिकोत्सव

Faridabad/Alive News : सेक्टर-11 स्थित बाल बसेरा किड्स प्लेनेट प्ले स्कूल में वार्षिक उत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस मौके पर स्कूल के सभी नन्हे-मुन्ने छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यातिथि के रुप में डिवाइन स्कूल के चेयरमैन एस.एस गोसाईं मौजूद रहे। स्कूल की प्रिंसिपल मीनाक्षी तंवर ने मुख्य अतिथि व आए हुए सभी अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ गणेश वंदना और दीप प्रज्वलन से हुआ।

इस मौके पर नन्हे छात्रों ने अपनी डांस परफॉर्मेंस और अपने टैलेंट को दर्शाकर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में चार चांद लगाते हुए नन्ही छात्राओं ने ‘इडियट है मेरा बन्ना’ और ‘जदो नाचे सज-धज लगती है ठांय’ गाने पर अपनी परफॉर्मेंस देकर समा बांध दिया। वही छात्र विहान रावत ने ‘देखो-देखो क्या यह पेड़ है’ गाने पर बहुत ही सुंदर परफॉर्मेंस दी। इसके साथ ही अरुणा शर्मा ने ‘बद्री की दुल्हनिया’ गाने पर डांस करके सबका दिल जीत लिया। इस मौके पर अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया, जिसमें मोस्ट एक्टिव मदर का खिताब आरती विनायक और अरुणा स्वामी को दिया गया।

वहीं मोस्ट क्रिएटिव एंड गुड टिफिन का खिताब अनीता को दिया गया। इसके साथ ही अंजू गर्ग, सुनीता, अरुणा स्वामी को सम्मानित किया गया। वहीं छात्रों में क्यूट और चार्मिंग बेबी बॉय का खिताब संपन्न को मिला और छात्राओं में ये खिताब मौली सहगल को दिया गया। ब्राइट चाइल्ड का खिताब अयान अग्रवाल को दिया गया और कलर ऑफ द स्कूल का किताब अरुणा शर्मा को क्राउन पहनाकर दिया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि एस.एस.गोसाई ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र भगवान का रूप होते हैं। छात्रों को हम अपनी परवरिश और अपनी गाइडेंस के हिसाब से किधर भी मोड सकते हैं। टीचर और अभिभावको का सहयोग छात्र के भविष्य निर्माण में बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि आज के छात्रों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। छात्रों को एक्टिव करने के लिए हमें खुद एक्टिव होना होगा तभी हम उनकी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। इस मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल मीनाक्षी तंवर ने सभी अभिभावकों और छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नन्हे छात्रों का दिल बहुत ही कोमल होता है। इन्हें प्यार और परवरिश के द्वारा ठीक ढंग से गाइड किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि 5 वर्ष की आयु से कम बच्चे पर कभी भी हाथ नहीं उठाना चाहिए बल्कि प्यार से समझाना चाहिए। वहीं बड़े बच्चों को फ्रेंडली माहौल देकर या उनके दोस्त बनकर उनकी समस्या को शॉट आउट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को डांटकर फटकार कर जोर जबरदस्ती करके हम उनकी आदतों को नहीं बदल सकते लेकिन हां प्यार से उनकी आदतों उनके व्यवहार को बदला जा सकता है। उन्होंने सभी अभिभावकों का सहयोग मांगा इसके साथ ही कार्यक्रम का समापन किया गया।