April 25, 2024

बिजली कट पर CM ने लगाई अधिकारियों को फटकार, सीएम विंडो बेअसर

Palwal/Alive News : अलावलपुर स्थित सीएचसी में बिजली की समस्या सुनाते हुए जब एक ग्रामीण ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वहां बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था न होने के चलते रात्रि के दौरान कई महिलाओं का प्रसव मोबाइल टार्च एवं मोमबत्ती जलाकर करना पड़ता है। मुख्यमंत्री ने जब इसका जवाब सीएमओ आदित्य स्वरुप गुप्ता से मांगा तो उन्होने इसका जिम्मेवार बिजली विभाग को ठहराया। जब बिजली विभाग अधिकारी को बुलाया गया तो उन्होने लोक निर्माण विभाग के ऊपर ठीकरा फोड़ दिया।

इस पर मुख्यमंत्री बिफर पड़े और जिला उपायुक्त को आदेश देते हुए कहा कि इस मामले की जांच कराकर दोषी पाए जाने वाले अधिकारी को निलबिंत किया जाए।
– पंचायत भवन में आयोजित जनता दरबार में उपस्थित लोग उस समय हक्के-बक्के रह गए, जब एक महिला ने अपने ससुर पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर दुष्कर्म के मामले झुठे होते है और इस शिकायत पर कोई गौर नही की।

– लघुसचिवालय में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रैसवार्ता की समाप्ति के बाद श्री वैश्य अग्रवाल समाज को उस वक्त बड़ी निराशा हाथ लगी। जब श्री वैश्य अग्रवाल सभा के अध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता ने मुख्यमंत्री को एक मांग पत्र देकर यह मांग की कि अग्रवाल धर्मशाला निर्माण के लिए उचित कीमत पर हरियाणा सरकार जमीन उपलब्ध कराएं। जिस पर एक भव्य आधुनिक व बहुउद्देशीय भवन का निर्माण कराया जाएगा। उन्होने दलील देते हुए यह भी कहा कि श्री वैश्य अग्रवाल द्वारा निर्मित दो धर्मशालाएं शहर के अंदरुणी हिस्से में है। जिसमें आवागमन के लिए वाहन नही पहुंचते। लेकिन मुख्यमंत्री ने इस बात को गंभीरता से न लेकर यह कह दिया कि अग्रवाल समाज तो धनाद्य समाज है, उसे सरकार से लेने की क्या जरुरत है। श्री वैश्य अग्रवाल समाज को यह बात इसलिए और भी अखरी है कि मुख्यमंत्री के पास बैठे हुए दीपक मंगला इसी समुदाय के होते हुए भी इस मांग के समर्थन में मुख्यमंत्री के समक्ष एक शब्द तक भी नही कहा। जिसके चलते मुख्यमंत्री ने यह मांग हवा-हवाई कर दी।

– जनता दरबार में एक शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उसने डीएफएससी के खिलाफ भ्रष्टाचार की एक शिकायत सीएम विंडो पर दी थी। जिसकी जांच को संबंधित अधिकारी ने उसी डीएफएससी को भेज दी जिसकी शिकायत की गई थी। इस पर मुख्यमंत्री बिफर गए और कहा कि जिस व्यक्ति के खिलाफ शिकायत हो उसी से जांच कराना कहां का न्याय है। लेकिन जनता दरबार में पंजीकृत हुई लगभग 400 शिकायतों में से मुख्यमंत्री ने केवल 80 शिकायते सुनी और बाकी शिकायतों के लिए जिला उपायुक्त को अधिकृत किया गया। अब लोगों में यह चर्चा है कि मुख्यमंत्री को आई शिकायते ज्यादातर जिले के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ है, तो इन शिकायतों में भी न्याय होगा इसमें संदेह है।

– एक तरफ जनता दरबार में शिकायतों की सुनवाई के दौरान जहां मुख्यमंत्री शीर्ष अधिकारियों पर खुब बरसे वहीं उन्ही अधिकारियों की लघुसचिवालय में आयोजित प्रैसवार्ता के दौरान खुब भुरी-भुरी प्रशंसा की।

– जिला लघुसचिवालय स्थित प्रैसवार्ता हॉल में मुख्यमंत्री द्वारा की गई प्रैसवार्ता के अंतराल में बिजली की व्यवस्था ठीक बनी रही। लेकिन जैसे ही प्रैसवार्ता समाप्त हुई और सीएम अपनी गाड़ी में बैठकर लघुसचिवालय से बहार निकले तो वहां बिजली गुल हो गई और पुरा लघुसचिवालय परिसर अंधेरे में छा गया। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम जनता को किस तरह की सुविधाएं मुहैया होती है।

– मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान लेवर वैलफेयर बोर्ड के उपाध्यक्ष हरिप्रकाश गौतम को काफी तरजीह दी गई। जबकि कई छुट-भैया नेता बगले झांकते रहे।