April 26, 2024

शिक्षा विभाग का कारनामा, छठी के साइंस पेपर के पीछे प्रिंट हुआ आठवीं का पेपर

प्रिंटिंग कंपनी पर विभाग मेहरबान नहीं किया ब्लैक लिस्ट घोषित

Ambala/Alive News : मासिक परीक्षाओं में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने फिर से नया कारनामा कर दिखाया है। हुआ यूं कि छठी कक्षा के साइंस विषय की मासिक परीक्षा के प्रश्न पत्र के पीछे आठवीं का सामाजिक विज्ञान का पेपर प्रकाशित कर बच्चों को दे दिया गया। साइंस विषय के इस प्रश्न पत्र में 20 की बजाय कुल 15 अंकों के ही प्रश्न थे।

आनन-फानन में स्कूल हेडमास्टर और ङ्क्षप्रसिपल ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट भेजी, जिसने एससीईआरटी को जानकारी दी। इसके बाद वहां से नया प्रश्न पत्र बनाकर ईमेल पर भेजा गया। इससे जहां आठवीं का पेपर लीक हो गया, वहीं छठी कक्षा की साइंस विषय की परीक्षा एक घंटा देरी से शुरू हो सकी। इसी तरह साइंस के प्रश्न पत्र के बंडल में से हिंदी के प्रश्न पत्र निकले। प्री बोर्ड के प्रश्न पत्र नियमित रूप से स्कूलों में निर्धारित संख्या से काफी कम भेजे जा रहे हैं। फोटोस्टेट करवाकर काम चलवाना पड़ रहा है।

– आज होना है 8वीं सामाजिक विज्ञान का पेपर

8वीं के समाजिक विज्ञान की परीक्षा शुक्रवार को होनी है। यही प्रश्न पत्र दिया जाएगा या बदला जाएगा, इस बारे में अफसर स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाए। वहीं बाद में छठी कक्षा का जो पेपर ईमेल पर भेजा गया, उसकी कई स्कूलों में फोटो कॉपी नहीं हो सकी। कई जगह बोर्ड पर प्रश्न लिखवाए गए।

-20 की बजाय 15 नंबर का थमाया छठी का प्रश्न पत्र परीक्षार्थियों को
– आनन-फानन में एससीईआरटी को भेजी रिपोर्ट
– ईमेल से भेजा नया प्रश्नपत्र

कंपनी पर मेहरबानी, आज तक नहीं की ब्लैक लिस्ट
तय संख्या से कम प्रश्न पत्र भेजने के बावजूद कंपनी पर शिक्षा विभाग के अधिकारी मेहरबान हैं। उन पर इस साल कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का निर्देश निदेशालय जारी कर चुका है।

जिस कंपनी ने प्रश्न पत्र छापे हैं उसे नोटिस जारी किया जाएगा। गलती सामने आते ही सभी स्कूलों को ईमेल पर नया प्रश्न पत्र भेज दिया था। आठवीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान के पेपर में केवल तीन ही प्रश्न छठी कक्षा के साइंस के पेपर के पीछे प्रकाशित हुए थे।
-रविंद्र कुमार, डीईईओ अंबाला।

नौवीं से 12वीं तक के प्रश्न पत्रों का मामला हमारे अधीन आता है। 8वीं तक एससीईआरटी की जिम्मेदारी है। यदि प्रश्न पत्र कम आ रहे हैं तो जिला शिक्षा अधिकारी कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर सकते हैं। उन्हें निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह मौलिक शिक्षा अधिकारी छठी कक्षा के प्रश्न पत्र के पीछे आठवीं के सामाजिक विज्ञान के प्रश्न प्रकाशित किए जाने पर कार्रवाई करने को स्वतंत्र हैं।
– नंद किशोर वर्मा, सहायक निदेशक शिक्षा सदन पंचकूला।