March 29, 2024

चुनावी रणनीति : मोदी BJP नेताओं को देंगे जीत का मंत्र

New Delhi/Alive News : दिल्ली में जारी बीजेपी की राष्ट्रकारिणी के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के पदाधिकारियों को शाम चार बजे संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री पांच राज्यों में पार्टी की चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे साथ ही बीजेपी को जीत का मंत्र देंगे.

दूसरे दिन आर्थिक प्रस्ताव पर होगी चर्चा
राष्ट्रीय कार्य कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन आर्थिक प्रस्ताव पर चर्चा होगी. उसे पारित किया जाएगा. उसके बाद शाम 4 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक को संबोधित करेंगे, जिसमें चुनाव को देखते हुए पार्टी की दशा-दिशा तय होगी. मोदी के भाषण में चुनावी मुद्दे की लाइन भी तय होगी. हालांकि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने भाषण में शुक्रवार को सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी का जिक्र किया था, और जमकर तारीफ की थी. इससे साफ है कि पार्टी सर्जिकल स्ट्राइक और नोटबंदी के मुद्दे को तो चुनाव में लेकर जाएगी. साथ ही विकास का मुद्दा पार्टी के लिए इन चुनावों में अहम होगा. पार्टी के आर्थिक प्रस्ताव में काले धन और भ्रष्टाचार को लेकर मोदी सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उसका जिक्र होगा और सरकार द्वारा किसानों महिलाओं और गरीबों के लिए जो घोषणा की गई है, उसके बारे में भी सरकार के निर्णय पर मुहर लगाई जाएगी.

इससे पहले शुक्रवार को कार्यकारिणी में पार्टी नेताओं ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को जनविरोधी और लोकतंत्र विरोधी बताते हुए मोदी सरकार के कार्यकाल की प्रशंसा की. चर्चा के दौरान बीते साल सरकार की ओर से लिए गए फैसलों को नए युग की सुबह बताया और राष्ट्रीय सुरक्षा, स्वाभिमान, ईमानदारी और गरीबों के कल्याण के क्षेत्रों में कई परिवर्तनकारी फैसलों का जनहित में बताया.

केंद्रीय गृह मंत्री और पूर्व पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की ओर से पेश गए प्रस्ताव में विपक्ष पर भी निशाना साधकर कहा गया कि बाधा पहुंचाना और घबराहट उनका प्रतीक बन गया है जबकि बीजेपी ने एक के बाद एक चुनावी जीत हासिल की है जो नोटबंदी के लिए जनता के समर्थन को दिखाती है.

कार्यकारिणी में प्रस्ताव लाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा गया जो केंद्र की नीतियों की लगातार विरोध कर रही हैं. कानून का पालन करने वाले बहुसंख्यक समुदाय की सुरक्षा में नाकामी पर ममता सरकार पर निशाना साधते हुए प्रस्ताव में धूलागढ दंगों को इसका सबसे स्पष्ट उदाहरण बताया गया क्योंकि दंगाइयों ने घर जलाए थे और पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे नारे लगाए थे.