March 28, 2024

इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन का महत्वपूर्ण पहलु है विकास : डॉ कांजीलाल

Faridabad/Alive News : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय उत्पादकता प्रोत्साहन सोसाइटी, यूएसए द्वारा ‘इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन में अनुसंधान के माध्यम से सतत विकास’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आज प्रारंभ हो गया। इस सम्मेलन को हरियाणा स्वर्ण जयंती वर्ष उत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन तथा सरस्वती वंदना से हुआ।

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सम्मेलन उद्घाटन सत्र में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अंतर्गत ठोसावस्था भौतिकी प्रयोगशाला (एसएसपीएल), नई दिल्ली के निदेशक डॉ.आर.के. शर्मा अतिथि तथा अंतर विश्वविद्यालय त्वरक केन्द्र, नई दिल्ली के निदेशक डॉ.दिनाकर कांजीलाल विशिष्ट अतिथि रहे तथा मुख्य वक्ता के रूप में सम्मेलन को संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो.दिनेश कुमार ने की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ.संजय कुमार शर्मा भी उपस्थित थे। सम्मेलन का आयोजित सम्मेलन अध्यक्ष के रूप में डॉ.अरविंद शर्मा तथा डॉ मनीष वशिष्ट की देखरेख में किया जा रहा है।

सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं में अमेरिका से ब्रियेन प्रसाद, केनयट्टा विश्वविद्यालय, कीनिया से डॉ.एम.के.जैन तथा सेंट्रल क्विंसलैंड विश्वविद्यालय, मेलबर्न, आस्ट्रेलिया से डॉ.सुभाष शर्मा ने भी अपने विचार रखे। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ दिनाकर कांजीलाल ने सतत विकास को इंजीनियरिंग एवं प्रबंधन का महत्वपूर्ण तकनीकी पहलु बताया तथा प्रबंधन की महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के साथ प्रबंधन और विज्ञान सतत विकास का एक बेहतरीन फार्मूला है।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में कुलपति डॉ दिनेश कुमार ने विशिष्ट अतिथियों, शिक्षाविदें तथा देश के अलग-अलग क्षेत्रों तथा विदेश से आये प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय सम्मेलन के विभिन्न तकनीकी सत्रों में 270 शोध पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे। उद्घाटन सत्र का संचालन आयोजन समिति के सदस्य डॉ प्रदीप डिमरी व सोनिया बंसल ने किया।