April 23, 2024

‘ताइक्वांडो और सेल्फ डिफेंस’ प्रतियोगिता में GBN स्कूल ने जीते 16 गोल्ड मेडल

Faridabad/Alive News : जी.बी.एन. स्कूल सैक्टर-21डी में तीसरी इंटर स्कूल गल्र्स ताईक्वांडो और सैल्फ डिफेंस स्पोर्टस मीट का आयोजन किया गया। इस स्पोटर्स मीट में फरीदाबाद के लगभग 20 स्कूलों की 300 छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस स्पोर्टस मीट में मुख्यातिथि के रूप में रूबी चौधरी (जूनियर एशियन मेडलिस्ट रैसलिंग) ने शिरकत की एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल की निर्देशिका अनिता सूद एवं प्रधानाचार्या लीला गोविंद एवं डॉ. संजीव कुमार भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर रूबी चौधरी ने कहा कि खेल व शिक्षा वह माध्यम है जिससे आप बुलंदियों को छू सकते है, परतु वह तभी होगा जब आप इन दोनो चीजो को ग्रहण करने में पूरी ईमानदारी, मेहनत व कर्तव्यनिष्ठा से जुटें।

प्रतियोगिता को सम्बोधित करते हुए अनिता सूद ने कहा कि आत्मसुरक्षा खासकर लड़कियों के लिए काफी महत्व रखता है और वह सभी लड़कियों से अपील करती है कि वह आत्मसुरक्षा के गुणों को सीखें ताकि वह स्वयं अपनी रक्षा कर सके। डै्रगन मार्शल आटर्स एकेडमी के मुख्य कोच राम भण्डारी एवं सुनील राजपूत ने बताया कि इस प्रतियोगिता में फरीदाबाद के विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने सैैल्फ डिफेंस डैमोनस्टे्रशन एवं ताईक्वांडो फाईट में अपनी अपनी बेहतर प्रतिभा दिखायी। जिनमें जीबीएन स्कूल 16 गोल्ड मैैडलों के साथ प्रथम स्थान, मानव रचना चार्मवुड स्कूल 12 गोल्ड मैडलों के साथ द्वितीय स्थान, मानव रचना 21सी स्कूल की टीम ने 8 गोल्ड मैडलो के साथ तृतीय स्थान पर रही।

उन्होंने बताया कि सैैल्फ डिफेंस डैमोनस्टे्रशन में प्रथम स्थान गै्रंड कोलम्बस, द्वितीय मॉडर्न दिल्ली पब्लिक स्कूल व तृतीय स्थान पर एमवीएन सैक्टर 17 स्कूल की टीम रही। प्रतियोगिता मे सर्वश्रेष्ठं अनुशासित टीम का पुरस्कार ग्रैंड कोलम्बस स्कूल को मिला।

राम भण्डारी एवं सुनील राजपूत ने बताया कि विभिन्न कैटेगरी में बेस्ट फाइटर्स का पुरस्कार डीपीएस सैक्टर 19 की नव्या खोसला, एमवीएन अरावली हिल्स की सिया बजाज, एपीजे स्कूल सैक्टर 15 की अविका मांगलिक, जीबीएन स्कूल की माननी, गौरी शुक्ला, हिया भाटिया, डीपीएस की काजल सेठी, मानव रचना चार्मवुड की वान्या दलाल, एपीजे स्वर्ण ग्लोबल की मायशा राय, मार्डन स्कूल की आस्था, मानव रचना 21सी की नादया, एमवीएन सैक्टर 17 की आन्वी तंवर को मिला। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में लगभग 60 से अधिक बच्चो को गोल्ड मैडल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।