April 27, 2024

राष्ट्रभाषा के सम्मान में विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में ‘हिन्दी पखवाड़े’ का आयोजन

Faridabad/Alive News : विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में हिन्दी पखवाड़ा आयोजित किया गया। 1 सितंबर से 15 सितंबर तक चले इस आयोजन के दौरान हिन्दी पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं और हिन्दी प्रसारित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रमों में छात्रों के साथ स्कूल के अध्यापक एवं अध्यापिकाओं ने भी पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। बच्चों में हिन्दी भाषा के प्रति जागरूकता और सम्मान का बोध विकसित करने के लिए मुख्य रूप से कविता वाचन, निबंध लेखन, स्लोगन लेखन और पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए स्कूल की प्रिंसिपल शिवानी श्रीवास्तव ने बताया कि भारत में प्रत्येक वर्ष ‘14 सितंबर’ को हिन्दी दिवस मनाया जाता है। हिन्दी विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है और अपने आप में एक समर्थ भाषा है। प्रकृति से यह उदार ग्रहणशील, सहिष्णु और भारत की राष्ट्रीय चेतना की संवाहिका है। हिंदी पखवाड़े के दौरान कक्षा पहली से तीसरी तक के बच्चों के लिए 9 सितंबर को क्रिएटिव राइटिंग प्रतियोगिता रखी गई। 12 सितंबर को एक्सटैंपो हिन्दी विषय पर स्पीच सैशन हुआ जिसमें कक्षा 4 एवं कक्षा 5 के बच्चों ने हिस्सा लिया। जिसमें टयूलिप हाऊस की दिशा अधाना एवं पायल सरदाना ने क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय तथा जैसमिन हाऊस से देव दीक्षित ने तृतीय स्थान हासिल किया। 14 सितंबर को स्कूल में हाऊसवाइज हिन्दी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कक्षा 6ठी से 8वीं तक के प्रत्येक हाऊस से विद्यार्थियों ने भाग लिया।

प्रतियोगिता में जैसमिन हाऊस से नितिन तालान ने प्रथम एवं टयूलिप हाऊस से स्नेहा यादव एवं वंशिका यादव ने क्रमश: द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया। इस अवसर पर स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने कहा कि विश्व की एक प्राचीन, समृद्ध तथा महान भाषा होने के साथ ही हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भी है, अत: इसके प्रति अपना प्रेम और सम्मान प्रकट करने के लिए ऐसे आयोजन होने चाहिए। आज भारत-भाषा हिन्दी भविष्य में विश्व-वाणी बनने के पथ पर अग्रसर है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा एकाधिक अवसरों पर अमरीकियों को हिन्दी सीखने के लिये सचेत करते हुए कह चुके हैं कि, ‘हिन्दी सीखे बिना भविष्य में काम नहीं चलेगा’। यह सलाह अकारण ही नहीं है। ऐसे में हमें गर्व होना चाहिए और हिन्दी को विश्व भाषा बनाने के लिए उसे सम्मान देना चाहिए। स्कूल के अकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल ने इस आयोजन के लिए कॉर्डिनेटर योगेश चौहान एवं अन्य सभी अध्यापक, अध्यापिकाओं को काफी सराहा और उन्हें शुभकामनाएं दीं।