April 25, 2024

स्कूल की लापरवाही से मासूम की दर्दनाक मौत

Maharashtra/Alive News : महाराष्ट्र के अकोल में स्कूल की लापरवाही के चलते एक मासूम की मौत की दर्दनाक घटना सामने आई है. परिजनों का आरोप है कि स्कूल ने लापरवाही बरती और बच्चे के साथ स्कूल में घटी घटना की सही जानकारी नहीं दी, जिससे बच्चे की मौत हुई.

परिजनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है. पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, हालांकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि किसका दोष है और किस तरह की लापरवाही बरती गई.

फिलहाल पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर लिया है. वहीं आजतक की टीम अकोला के स्कूल पहुंची तो स्कूल में कोई नहीं मिला और न ही स्कूल प्रबंधन का कोई अधिकारी कैमरे के सामने आने के लिए तैयार हुआ.

जानकारी के मुताबिक, मृत बच्चा अली पब्लिक स्कूल में LKG में पढ़ता था. अली पब्लिक स्कूल के संचालक मुफ्ती अशफाक ने जरूर फोन पर बात की और कहा कि बच्चे की मौत के स्कूल में नहीं हुई. हां बच्चा स्कूल में अनईजी फील कर रहा था.

स्कूल संचालक के मुताबिक, जुमा होने के चलते दोपहर 12 बजे स्कूल की छुट्टी हो गई थी. उसके बाद रात 10 बजे तक बच्चा अपने पैरेंट्स के पास ही था. इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि बच्चे की मौत हो गई है.

वहीं परिजनों का आरोप है कि उनका बच्चा स्कूल में गिर गया था और उसके सिर में डेस्क का कोना लगने से अंदरूनी चोट आई थी. स्कूल में बच्चे को उल्टियां भी हुई थीं. लेकिन स्कूल वालों ने उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं दी.

परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने उनसे बच्चे के साथ हुई घटना छिपाई, जिसके चलते वे बच्चे का सही समय पर सही इलाज नहीं करा सके और बच्चे की मौत हो गई. परिजन स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

परिजनों का कहना है कि स्कूल वाले बच्चों के जूते पॉलिस न होने या मोजे गंदे होने जैसी छोटी-छोटी बातों की शिकायत तो फौरन फोन कर करते हैं, लेकिन बच्चे के साथ इतनी बड़ी घटना के बारे में उन्हें कुछ नहीं बताया गया.

स्कूल संचालक भी बच्चे की मौत से अपना पल्ला झाड़ते नजर आए. सवाल यह भी है कि अगर स्कूल में बच्चे की तबीयत बिगड़ी तो क्या उसे कोई प्राथमिक चिकित्सा दी गई या तुरंत घर पहुंचाने की व्यवस्था की गई.

फिलहाल पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है. वहीं स्कूल प्रबंधन की तरफ से अभी कोई बयान नहीं आया है और न ही पुलिस अब तक स्कूल प्रबंधन से पूछताछ कर सकी है