April 27, 2024

पत्रकार पूजा तिवारी की हत्या या आत्महत्या ?

Faridabad/Alive News
बीती रात डीएनए न्यूज़ पोर्टल की पत्रकार पूजा तिवारी की सैक्टर 46 फरीदाबाद के सदभावना अपार्टमेंट में रसमय तरीके से दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमाटम के लिए सरकारी अस्पताल भिजवा दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पत्रकार पूजा तिवारी अपनी एक महिला मित्र के साथ सैक्टर 46 सदभावना अपार्टमेंट में रहती थी और घटना के दौरान पूजा का मित्र पुलिस इंस्पेक्टर अमित भी पूजा के कमरे में मौजूद था।

पुलिस का कहना है कि रविवार की रात को अमित व पूजा तिवारी एवं उसकी एक सहेली सदभावना अपार्टमेंट में एक साथ ही थे। जांच अधिकारी का कहना है कि तीनों ने देर रात तक एक साथ खाना खाया। इस बीच उसकी सहेली अपने कमरे में चली गई और उसने अंदर से कमरा बंद कर लिया। करीब डेढ़ बजे अमित ने पूजा की सहेली का कमरा खटखटाया और उससे कहा कि पूजा ने ऊपर से कूदकर सुसाईड कर लिया है। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पूजा तिवारी मृत्यु प्रकरण में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि पूजा तिवारी की हत्या हुई है या आत्महत्या है.

लेकिन इस घटना में पुलिस विभाग के एक अधिकारी अमित का नाम भी सुर्खियों में है। बताया गया है कि जिस समय पूजा तिवारी के साथ यह हादसा हुआ, उस वक्त पुलिस अधिकारी अमित उसके साथ था। पुलिस अधिकारी अमित पुलिस लाईन सैक्टर-30 में कार्यरत है और रात को करीब डेढ़ बजे वह पूजा तिवारी के साथ ही था। हादसा के बाद पुलिस को सुचना भी पुलिस अधिकारी अमित ने ही दी थी.
पुलिस ने मौके पर आकर हादसे की जांच की। जांच अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि पहली दृष्टि में यह केस आत्महत्या का लगता है, लेकिन जांच के बाद तय हो पाएगा कि आखिर हादसा कैसे हुआ।

वहीं दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस समूचे मामले में पुलिस अधिकारी अमित को बचाना चाह रही है। इस घटना को देखने के बाद अनेक सवाल खड़े हो रहे हैं। अधिकारी अमित आखिरकार रात को डेढ़ बजे तक पूजा के साथ क्यों और क्या कर रहा था।
जांच अधिकारी ओमप्रकाश का कहना है कि पूजा टेंशन में थी और अमित उसे समझाने के लिए गया था। इसी बीच यह घटना घटित हो गई। वहीं इस मामले में अमित सामने आने से बचना चाह रहा है। उससे फोन पर इस सारे मामले में बात करने का प्रयास किया गया। मगर उसने सवालों का जवाब देने की बजाए थोड़ी देर बाद फोन करने का कहकर मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया। फिलहाल पुलिस इस मामले को आत्महत्या के पहलू से जोडक़र चल रही है। यदि इस मामले की निष्पक्ष व न्यायिक जांच हो जाए तो उम्मीद है कि मामला कुछ और ही निकलकर आएगा।