March 28, 2024

अप्रैल में स्कूली बच्चों को लगाए जाऐंगे ‘खसरा रूबेला वैक्सीन’

Fatehabad/Alive News : अप्रैल के प्रथम सप्ताह में खसरा रूबेला वैक्सीन लांच होने जा रही है। प्रथम चरण में इसकी शुरूआत स्कूलों से की जाएगी। यहां पर 15 साल तक बच्चों को यह वैक्सीन दी जाएगी। सबसे अहम बात यह है कि प्राइवेट अस्पताल में जिस बच्चे को वैक्सीन दी जा चुकी है उसे भी दी जाएगी। इसको लेकर एमओ, एएनएम, आशा वर्कर, स्कूल शिक्षक व अभिभावकों को भी जानकारी दी जाएगी।

यह बात मंगलवार को सिविल अस्पताल के ट्रेनिंग हाल में सिविल सर्जन डॉ.मनीष बंसल व उप सिविल सर्जन डॉ.सुनीता सोखी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कही। इस दौरान उप सिविल सर्जन डॉ. हनुमान, डॉ. सुजाता बंसल, डॉ. सतीश गर्ग, जिला ओ-कोर्डिरनेटर नरेंद्र खरब समेत कई अस्पतालों के डॉक्टर मौजूद रहे। इससे पहले उपायुक्त डॉ.हरदीप सिंह ने भी इस अभियान को लेकर अधिकारियों के साथी समीक्षा की।

पत्रकार वार्ता में डॉ.सुनीता सोखी ने कहा कि सरकार द्वारा बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए खसरा रूबेला अभियान की शुरूआत की है। यह अभियान अप्रैल से आरंभ होगा जो मई 2018 तक चलेगा, जिसमें 9 माह से 15 वर्ष तक की आयु वर्ग के सभी बच्चों को एक माह के अंदर खसरा रूबेला वैक्सीन से वैक्सीनेट करना है। इस अभियान के तहत पहले सप्ताह में जिला के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों, मदरसों/प्ले स्कूल में नर्सरी से वीं कक्षा तक के बच्चों को विशेष टीकाकरण शिविर लगाकर कवर किया जाएगा। दूसरे व तीसरे सप्ताह के दौरान सभी आंगनवाड़ी केंद्रों, आउटरीच सैशन साईट्स पर वैक्सीनेट किए जाएंगे तथा हाई रिस्क एरिया जिसमें मलिन बस्ती, झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले सभी बच्चों को मोबाइल टीम के माध्यम से वैक्सीनेट किया जाएगा।

सोखी ने बताया कि अभियान के चौथे सप्ताह में खसरा रूबेला वैक्सीन से छूटे हुए सभी बच्चों को कवर करते उन्हें वैक्सीनेट किया जाएगा। सोखी ने कहा कि जिला फतेहाबाद की कुल जनसंख्या लगभग लाख 88 हजार 411 है जिसमें लगभग 2,75,000 (9 माह से 15 वर्ष तक) के बच्चे हैं। स्वास्थ्य विभाग का यह लक्ष्य है कि इस अभियान के दौरान शत प्रतिशत बच्चों को वैक्सीनेट किया जाए। स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग व जिला के सभी बाल रोग विशेषज्ञों का मुख्य सहयोग भी लिया जाएगा। इसके अलावा इस अभियान को सफल बनाने के लिए भी पार्षद, पंचायत सदस्य, समाजसेवी संस्थाएं, एनजीओ व आईएमए/आईएपी व विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों का सहयोग भी लिया जाएगा।

डिप्टी सीएमओ डॉ. सुनीता सोखी ने कहा कि जिला में 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को अभियान के दौरान कवर किया जाएगा, जिसके लिए जिला स्तर पर कोर ग्रुप बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोबाइल टीमें भी गठित की जाएगी। प्लस पोलियो अभियान की तरह ही इस अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाया जाएगा, जिसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई है। डा. सोखी ने कहा कि उपमंडल स्तर व गांव स्तर पर भी बैठकों का आयोजन कर जनता को अभियान बारे जागरूक किया जाएगा।