April 25, 2024

ग्रेटर नोएडा में कैब से जा रही छात्रा पर जानलेवा हमला

Greater Noida/Alive News : ग्रेटर नोएडा में यूपी सरकार के सुरक्षा के दावों के बीच एक बार फिर नाइजीरियन छात्रा पर हमला हुआ है. नॉलेज पार्क के पास नाइजीरियन छात्रा कैब से जा रही थी. कुछ अज्ञात लोगों ने उसे रोककर उसके साथ मारपीट की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया है, जहां इलाज चल रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इससे पहले नाइजीरियाई छात्रों पर हुए हमले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया. वहीं इस केस में करीब 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया, पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट भी दर्ज की है. वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए 54 लोगों की पहचान की है. पुलिस चिन्हित किए गए लोगों की तलाश में है.

कानून-व्यवस्था किसी भी हाल में बिगड़ने न पाए इसके लिए मंगलवार को ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने फ्लैग मार्च कर सुरक्षा का जायजा लिया. पीड़ित छात्रों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर सुरक्षा की मांग की है. नाइजीरियन छात्रों के एक समूह ने बैनर और बोर्ड लेकर ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शन करते हुए इस मामले में न्याय की मांग की है.

सुषमा स्वराज ने लिया संज्ञान
इस मामले के संज्ञान में आते ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट का जवाब देते हुए तुरंत कार्रवाई का वादा किया. उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की, तो उन्होंने छात्रों की सुरक्षा का आश्वासन देते हुए आश्वस्त किया कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी. वहीं नोएडा पुलिस भी इस मामले को लेकर अलर्ट है.

17 साल के मनीष की हुई मौत
बताते चलें कि 25 मार्च को ग्रेटर नोएडा निवासी मनीष (17 साल) की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि ड्रग्स के ओवरडोज की वजह से मनीष की मौत हुई थी. मनीष के पिता ने नाइजीरियाई मूल के उस्मान अब्दुल कादिर, मोहम्मद आमिर, सईद कबीर, अब्दुल उस्मान और सईद अबु वकार के खिलाफ थाने में हत्या का केस दर्ज कराया था.

मॉल में छात्रों पर किया हमला
इस घटना के बाद लोगों का नाइजीरियन के प्रति गुस्सा भड़क उठा था. 27 मार्च को कुछ नाइजीरियन छात्रों पर हमला कर दिया गया. इसके बाद मामले ने नस्लीय हिंसा का रूप ले लिया. ग्रेटर नोएडा में रहने वाले नाइजीरियाई छात्रों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया. कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई. पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा था.