
Faridabad/Alive News : बहनों के लिए शास्त्रों के अनुसार राखी बंाधने का शुभ समय और शुभ मुहूर्त फलदायी होता है। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर शुभ समय देखकर ही राखी बांधे। शुभ समय और शुभ मुहूर्त के बारे में बताते हुए आचार्य डॉ. संतोष जी महाराज ने कहा कि इस भूमंडल में जिस प्रकार से ग्रहों का अपना चक्र समांतर चलता रहता है। उसी प्रकार समय का शुभ और अशुभ होना माना जाता है।
क्या कहते है मंदिर के आचार्य

एनआईटी-5 स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर के पंडित आचार्य डॉ. संतोष जी महाराज ने बताया कि इन मुहूर्तों में राखी बांधी जा सकती है। अमृत मुहूर्त के समय राखी बांधना बहुत ही फलदायी माना जाता है। इसलिए कोशिश करें कि इसी समय अपने भाई को राखी बांधें और भाई भी अपनी बहनों से इसी समय राखी बधवाएं।

वहीं नंगला एंक्लेव पार्ट-2 स्थित संकट मोचन श्री बालाजी मंदिर के पंडित नरेंद्र पाठक बताते हैं कि रक्षाबंधन के दिन बहनें वैसे तो भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है लेकिन ज्योतिष में मंत्रों की रक्षा सूत्र बांधने की बात भी कही गई है, यानी राखी के साथ बहन यदि खास मंत्रों का उच्चारण कर रही है तो भाई पर कोई भी नही विपदा नहीं आती और वह हर क्षेत्र में विजयी होता है। उन्होंने कहा कि भाई की कलाई पर राखी शुभ समय और शुभ मुहुर्त में बांधी जाए तो फलदायी होती है। इसलिए नीचे दिए मुहुर्त पर राखी बांधकर इसका लाभ उठा सकते हे।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
सुबह 7 : 43 बजे से 9 : 18 बजे तक चर,
सुबह 9 :18 बजे से लेकर 10 : 53 बजे तक लाभ,
सुबह 10 : 53 बजे से लेकर 12 : 28 बजे तक अमृत,
दोपहर 2 : 03 बजे से लेकर 3 : 38 बजे तक शुभ,
सायं 6 : 48 बजे से लेकर 8 :13 बजे तक शुभ,
रात्रि 8 :13 बजे से लेकर 9 : 38 बजे तक अमृत,
रात्रि 9 : 38 बजे से लेकर 11 : 03 बजे तक चर,