April 27, 2024

जानिए, मिड-डे मील वर्कर्स सरकार से क्यों है खफा

Chandigarh/Alive News : हरियाणा सरकार द्वारा मिड डे मील वर्कर्स के वेतन में की गई 1000 रुपये की बढ़ोतरी बेहद कम है। इतनी महंगाई में कोई परिवार केवल 3500 रुपये प्रतिमाह में कैसे गुजारा कर सकता है? इस बढ़ोतरी से कोई भी वर्कर्स खुश नहीं होगी। इस बारे 29-30 मार्च को कैथल में मिड डे मील वर्कर्स यूनियन के राज्य स्तरीय सम्मेलन में आगामी आंदोलन की घोषणा की जाएगी।

हालांकि सरकार ने मिड डे मील योजना को जिला परिषदों व पंचायतों को देने का निर्णय वापस ले लिया है व वर्कर्स को साल में दो ड्रेस देने का फैसला किया है। यह सकारात्मक निर्णय है व हमारे आंदोलन की जीत है।

उक्त बात मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा(रजि.1933) की प्रदेश अध्यक्ष सरोज दुजाना व महासचिव शरबती देवी ने कही। गौरतलब रहे सीटू व सर्व कर्मचारी संघ के नेतृत्व में यूनियन लंबे समय से वेतन बढोतरी व अन्य मांगों को लेकर आंदोलनरत है। 8 मार्च को यूनियन के नेतृत्व में हजारों महिलाओं ने हरियाणा विधानसभा पर जोरदार प्रदर्शन किया था। 18 मार्च को भी तमाम जिलों में मिड-डे मील वर्कर्स ने जोरदार प्रदर्शन किए थे। इसी आंदोलन के दबाव में ही शिक्षा मंत्री रामविलाश शर्मा ने यूनियन प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए हरियाणा निवास बुलाया था।

दो दौर की बातचीत में सीटू के नेतृत्व में यूनियन नेताओं ने वर्कर्स को कम से कम हरियाणा सरकार का न्यूनतम वेतन देने की बात की। बाद में गुजारे लायक वेतन देने बारे बहस हुई। परन्तु मंत्री जी वेतन में केवल 1000 की बढ़ोतरी पर अड़ गए जिसे यूनियन ने स्वीकार नहीं किया व बातचीत बीच मे छोड़ कर बाहर आ गए।

इसी बीच शिक्षा मंत्री जी ने एकतरफा तौर पर इस बढ़ोतरी की घोषणा कर दी। यूनियन इस बढ़ोतरी को काफी कम मानती है व सीटू व सर्व कर्मचारी संघ के नेतृत्व में आगामी दिनों में बड़ी लड़ाई छेड़ी जाएगी। इसकी घोषणा 30 मार्च को कैथल में राज्य स्तरीय सम्मेलन में की जाएगी।

वेतन बढ़ोतरी के अलावा सरकार ने मिड-डे मील योजना को जिला परिषदों व पंचायतों को देने का फैसला वापस ले लिया है जिसे लेकर यूनियन लंबे समय से आंदोलन कर रही थी। वहीं साल में दो ड्रेस देने की बात स्वीकार की है। मेडिकल केवल साल में एक बार ओर वह भी खंड स्तर पर एक दिन में करने की बात स्वीकार की है। ये सकारात्मक उपलब्धि व आंदोलन की जीत है।

इसके अलावा 6 महीने के मातृत्व लाभ के दौरान वेतन देने, मृत्यु व इलाज पर मुआवजा देने तथा 12 के 12 महीने वेतन देने बारे सकारात्मक रूप से सोचकर जल्द ही फैसला करने की बात शिक्षा मंत्री द्वारा यूनियन नेताओं से वार्ता के दौरान कही गई। इस वार्ता में शिक्षा मंत्री के अलावा शिक्षा विभाग के सभी आला अधिकारी मौजूद थे। यूनियन पक्ष की ओर से सीटू के राज्य उपाध्यक्ष रामचंद्र सिवाच, यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष सरोज दुजाना, महासचिव शर्बती देवी, लाल देवी, सत्यवान, शिमला, पिंकी, संतोष, उषा, राजेश, लाभो, किरण, लच्छि राम आदि मौजूद थे।

जारीकर्ता
शर्बती देवी
प्रदेश महासचिव
मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा
रजि 1933
सम्बंधित सीटू व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा