April 26, 2024

प्रभु भक्ति में है मानसिक और आत्मिक शांति : गोविंदाचार्य

Faridabad/Alive News : प्रभु की भक्ति से मानव को मानसिक और आत्मिक शांति मिलती है। भौतिकता के इस युग में मानव आज भागमभाग में लगा है। इसलिए उसका मन प्रभु की भक्ति से दूर होता जा रहा है। मनुष्य केवल मुसीबत के समय प्रभु को याद करता है।

यह बात कथा व्यास गोविंदाचार्य जी महाराज ने सैक्टर-16 स्थित भूमिया मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत कथा से पूर्व निकाली गई कलश शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रभु तो भक्तों के अधीन होते हैं।

और इस बात के हमारे धार्मिक ग्रंथ गवाह है कि जब-जब मुसीबत में फंसे भक्तों ने अपने आराध्यों को पुकारा है तो वे उनकी मदद के लिए दौड़े चले आए हैं। इस धरती पर जब ाी धर्म की हानि हेतु असुरों के हाथ उठे हैं।

इनका विनाश करने के लिए प्रभु ने धरती पर किसी न किसी रूप में जन्म लिया है। संगीत मय चल रही भागवत कथा में सैकड़ों महिलाएं संतसंग का रसास्वादन करते रही हैं। इस मौके पर पंडित दिलीप कुमार, कल्लू आढ़ती, गौरव पाराशर, एमजी शर्मा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।