April 25, 2024

श्रीमद भागवत कथा में कृष्ण-रुक्मणि विवाह का संगीतमय उद्बोधन

Faridabad/Alive News : गौ मानव सेवा ट्रस्ट द्वारा संचालित गौशाला, ऊँचा गावँ, बल्लभगढ में आयोजित हो रही श्रीमद भागवत कथा में आज परम् पूज्य महंत सीताराम दास की महाराज निर्मोही अखाडा, गोवर्धन एवम अयोध्या द्वारा संगीतमय कथा का उद्बोधन दिया।

कथा में मुख्य यजमान गौशाला ऊँचा गांव मुख्य गौसेवक रूपेश यादव एवम सहायक यजमान ईश्वर यादव व योगिंदर यादव ने गौपूजन के पश्चात श्रीमद भागवत का पूजन कर कथा श्रवण किया। कथा श्रवण एवम पूज्य महंत सीताराम दास जी महाराज के श्रीमुख से कथा श्रवण हेतु आज समाजसेवी गजेंद्र प्रताप सिंह, गौविन्द राम पण्डित, बाला जी सेवा समिति, बल्लभगढ। श्रीनाथ अग्रवाल, सुरेश मास्टर, रमेश मास्टर, प्रेम पाल सिंह, कृष्ण यादव, सुधीर कश्यप, पंकज अग्रवाल, गजराज सैनी सहित जनता का सैलाब गौशाला की ओर उमड पडा।

आज की कथा में कथा विषय के अलावा मुख्य रूप से पूज्य महन्त सीता राम दास जी महाराज ने भक्तों को सनातन धर्म के प्रति सुदृढ ओर कट्टर होने आह्वान किया। गौ उत्पादों को अपने जीवन मे नित्य प्रति उपयोग करने को कहा। गौसेवा में ही श्रीकृष्ण सेवा को नित जीवन मे उतारने के लिए भी भक्तों को कहा गौवंश से होने वाले अनेकों लाभों के बारे में बताया। गौरक्षा के प्रति जागरूक किया और अपने विचार रखे ओर भक्तों को गौशाला, ऊँचा गावँ में प्रत्येक रविवार यथाशक्ति, यथा समय चारा, श्रम दान देने का आह्वान किया।

कथा विश्राम के समय राजबाला शर्मा, महिला मोर्चा, शिक्षाविद बालकृष्ण शास्त्री, नीरज मदनवत, वेदराम सैनी, अध्यक्ष के पी सिंह ओम राज सेवा समिति, राव रामपाल, राव रामेश्वर सिंह, डॉ श्याम दत्त शर्मा, अतर सिंह राठी, ईश्वर पहलवान, भोला यादव, पुनीत मनचंदा, गुप्ता एलोकेंद्र, राकेश राव, मनजीत यादव, विजेंदर माधव, डॉ सत्यभान, मदन अरोडा, जनकराज शर्मा अध्यक्ष, गोपाल मंदिर ट्रस्ट इत्यादि गौभक्तों ने प्रसाद वितरण किया। गौशाला एवम श्रीमद भागवत कथा के आयोजन प्रबन्धक रूपेश यादव ने बताया की शुक्रवार को महन्त जी के श्रीमुख गिरिराज धारण, गोपी गीत, कृष्ण-रुक्मणि विवाह संगीतमय सुनाया गया।

कथा श्रवण में सैंकडो भक्तिभाव से पूर्ण श्रोताओ में विशेष रूप से पार्षद दीपक यादव, योगिंदर यादव अध्यक्ष, गोगा जी सेवा ट्रस्ट,बल्लभगढ अपनी समस्त कार्यकारिणी के संग उपस्तिथ थे। गोगा जी सेवा ट्रस्ट की ओर से कथा व्यास जी और संगीताचार्यों का शाल ओढा कर सम्मान किया और पूज्य कथाव्यास जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। कथा श्रवण करने हेतु भक्तगण बल्लभगढ, फरीदाबाद, पलवल, के प्रत्येक क्षेत्र से भारी संख्या में पहुंचे।