April 26, 2024

बतुकम्मा उत्सव में देखने को मिला उत्तर दक्षिण भारत संगम

Faridabad/Alive News : हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में स्वर्ण जयन्ती समारोहों की कड़ी में एक भारत-श्रेष्ठ भारत आयोजन के अन्तर्गत इस बार चालू नवरात्रों के दौरान तेलंगाना राज्य की संस्कृति का हरियाणा के साथ समन्वय करके प्रदर्शित किए जा रहे बतुकम्मा उत्सव-2017 का चतुर्थ व समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम जिला-फरीदाबाद में स्थानीय-सैक्टर-12 स्थित हुडा कन्वेंशन सैन्टर के सभागार में सातवें नवरात्रे के मौके पर गत सायं आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा के कला एवं सांस्कृतिक विभाग द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से सम्पन्न हुआ। उपायुक्त समीरपाल सरो ने बतौर मुख्य अतिथि दीपशिखा प्रज्जवलित करके और विधिवत नारियल फोड़कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।


इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति तेलंगाना राज्य के कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की 18 और हरियाणा के भी इसी विभाग की 10 महिला कलाकारों ने मिल कर बेहद खूबसूरत पारम्परिक व अनूठे अन्दाज में पेश की। कार्यक्रम की शुरूआत शुभ स्वागत हरियाणा वासी-शुभ स्वागत गीत व नृत्य से हुई। इसके बाद तेलंगाना की पारम्परिक वेशभूषा में सजी-धजी इन सभी महिला नृत्य कलाकारों ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत, उत्तर में हरियाणा और दक्षिण में तेलंगाना-उत्तर दक्षिण भारत संगम बना हरियाणा तथा जय अम्मा-बतुकम्मा जैसे मनमोहक गीतों के बोलों पर तेलंगाना की नवरात्र सांस्कृतिक अराधना प्रथा को मंच पर आकर्षक अन्दाज में पेश किया।

उपायुक्त सरो ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के स्वर्ण जयन्ती वर्ष के अन्तर्गत सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में मुख्यमंत्री मनोहर ने गत वर्ष 31 अक्तूबर-2016 को लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के पावन अवसर पर तेलंगाना और हरियाणा के मध्य एमओयू साइन करवा कर यह निर्णय लिया।

नगराधीश कु0 बलीना ने उपायुक्त एवं मुख्य अतिथि सरो का स्वागत व्यक्त करते हुए दोनों प्रदेशों से आए कलाकारों का भी स्वागत एवं आभार प्रकट किया।

तेलंगाना के टीम लीडर डा. कुमार स्वामी ने बतुकम्मा संस्कृति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में नवरात्रों के मौके पर महिलाएं हर रोज अपने आस-पास के खेत-खलिहान व जंगल से विभिन्न प्रकार के फूल तोड़ कर एकत्रित करती हैं। इसके बाद इनसे सजा कर बनाए जाने वाले पुष्प पर्वत रूपी सुन्दर ढेर के चारों तरफ बतुक यानि जिन्दगी और अम्मा यानि माता की भावना से अराधना करते हुए नृत्य पेश करती हैं। बतुकम्मा की परम्परा के अनुसार नौ देवी माता से पूरे संसार के लोगों की सुरक्षा, वैभव एवं खुशहाली की प्रार्थना की जाती है। डा. स्वामी ने कहा कि उनके प्रदेश की कलाकारों को हरियाणा की कलाकारों के साथ मिल कर बतुकम्मा नृत्य प्रस्तुत करके अपार आनन्द की अनुभूति हुई है।

इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त जितेन्द्र दहिया, नगराधीश कु0 बलीना, बल्लबगढ़ के एसडीएम प्रताप सिंह, बड़खल के एसडीएम रीगन कुमार, नगर निगम के संयुक्तायुक्त सतबीर मान व अमरदीप जैन, फरीदाबाद के तहसीलदार सुशील शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी डा. मनोज कौशिक, समाजसेवी ओ.पी. धामा, निर्मल धामा, अंजू यादव, मंजू यादव व निधि जैन सहित कई अन्य अधिकारी, कलाप्रेमी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।