April 26, 2024

पाकिस्तान ने कई वर्षों तक खेला है अमेरिका के साथ दोहरा खेल : अमेरिकी राजदूत

Washington/Alive News : संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली का कहना है कि पाकिस्तान ने कई वर्षों तक अमेरिका के साथ दोहरा खेल खेला है लेकिन ट्रंप प्रशासन इसे बर्दाशत नहीं करेगा. निक्की ने अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को मिलने वाली 25 करोड़ 50 लाख डॉलर की सहायता राशि रोकने संबंधी राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले का समर्थन किया है. एक चैनल के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में निक्की ने पत्रकारों से कहा, इसके कारण स्पष्ट हैं. पाकिस्तान ने कई वर्षों तक दोहरा खेल खेला है. उन्होंने कहा, पाकिस्तान एक ही समय में हमारे साथ काम करता है और उसी समय आतंकवादियों को भी पनाह देता है जो अफगानिस्तान में हमारे सैनिकों पर हमला करते हैं.

प्रशासन इस खेल को बर्दाशत नहीं करेगा. निक्की ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान से इससे कहीं अधिक सहयोग की उम्मीद करता है. इस वर्ष के अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन एवं पनाह देना लगातार जारी रखा है इसलिए ट्रंप प्रशासन इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने को तैयार है.

निक्की ने कहा कि सहायता राशि रोकने का संबंध पूरी तरह पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को पनाह देने से है.संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को पनाह देना बंद नहीं किये जाने तक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उसकी सहायता राशि रोकने के लिए पूरी तरह तैयार है.

ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि उसने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह दिया और इस दौरान अमेरिका से 33 अरब डॉलर की सहायता राशि ली, बदले में पिछले 15 वर्षों में केवल धोखा दिया है. ट्रंप के बयान का समर्थन करते हुए न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान निक्की ने पाकिस्तान पर कई वर्षों तक दोहरा खेल खेलने का आरोप लगया. शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा, सहायता रोकने का फैसला पाकिस्तान के आतंकवादियों को पनाह देने से जुड़ा है.

दूसरी ओर, पाकिस्तान ने इन आरोपों पर गहरी निराशा व्यक्त की और कहा कि आरोपों से दोनों देशों के बीच विश्वास को तगड़ा झटका लगा है. विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक ट्वीट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को चुनौती दी कि अमेरिका ने उसे गत 15 वर्षों में 33 अरब डालर से अधिक की सहायता दी है. उन्होंने कहा कि किसी ऑडिट कंपनी से सत्यापन कराने से अमेरिकी राष्ट्रपति गलत साबित होंगे.