April 19, 2024

14 शहरों के प्रतिभागियों ने संगीत कला केन्द्र वसुन्धरा की प्रतियोगिताओं में लिया भाग

Faridabad/Alive News : भूपानी स्थित सतयुग दर्शन ट्रस्ट द्वारा संगीत कला केन्द्र वसुन्धरा में संगीत प्रतिभा 2016 नामक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता गायन, वादन एवं नृत्य से समबन्धित थी। जिसमें 14 शहरों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सतयुग दर्शन ट्रस्ट के मार्गदर्शक सजन साथ में मैनेजिंग ट्रस्टी रेशमा गांधी जी एवं कला केन्द्रों की चेयरपर्सन मैडम अनुपमा तलवार ने दीप प्रज्ज्वलित कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में संगीत के क्षेत्र से जुड़े हुए विभिन्न कलाकारों को सम्मानित किया गया जिसमें पण्डित ज्वाला प्रसाद जी (संगीत निर्देशक),मुकेश गमभीर (निदेशक एन.जी.एफ. रेडियो पलवल) एवं डा.अन्जु मुन्जाल जी (एच.ओ. डी., डी. ए. वी. सैक्टर 14 फरीदाबाद) एवं निर्णायक मण्डल में निरन्जना शर्मा गाजिय़ाबाद से एवं ज्ञान दीपक जी ए. डी. पब्लिक स्कूल थे।

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एकल गायन प्रतियोगिता में चण्डीगढ़ से अभिषेक प्रथम, रोहतक से ज्योति द्वितीय एवं भूपानी स्थित वसुन्धरा से अदिति तृतीय स्थान पर रहे, साथ ही एकल वादन प्रतियोगिता में जालन्धर शहर से रिद्धिमा नागपाल प्रथम स्थान , भूपानी स्थित वसुन्धरा से अनूप भाटिया द्वितीय स्थान पर एवं चण्डीगढ़ शहर से प्रियंका तृतीय स्थान पर रहीं। समूह नॄत्य में वसुन्धरा भूपानी प्रथम स्थान पर, अमबाला कैण्ट द्वितीय स्थान पर एवं अमबाला शहर तॄतीय स्थान पर रहे। मुख्य अतिथि ने अवगत कराया कि यह प्रतियोगिता आज के मानव की नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में परिवर्तन के लिए आयोजित की गयी,जिसका सर्वोतम साधन संगीत है। क्योंकि संगीत के द्वारा मानव अध्यात्म के सहारे अपने विचारों पर पहरा रखते हुए, कुछ भी ऐसा नहीं करेगा जो समाज के लिए अहितकर हो।

अत: आवश्यक है बच्चों को, बचपन से ही ऐसे कार्यक्रमो द्वारा अच्छे संस्कारों के बीज डाले जाएं तो एक बेहतर समाज का निर्माण हो सकता है। अत: आए हुए संगीतज्ञों से अपील की गयी कि आप इसमें हमें सहयोग करें और वैश्विक स्तर पर एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित करें कि वो कुल दुनियां के लिए मिशाल साबित हों। कार्यक्रम के अन्त में कुमारी अन्जना एवं अभिषेक खींची द्वारा कथक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति पेश की गयी। ये दोनों कलाकार दस से ज्यादा देशों में अपनी कला की प्रस्तुति दे चुके हैं। कार्यक्रम के अन्त में प्रधानाचार्य दीपेन्द्र कान्त जी ने मुख्य अतिथि, निर्णायक मण्डल, एवं सभी गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।