April 26, 2024

PM ‘मन की बात’ : 40 साल से आतंक से पीड़ित है भारत, एकजुट हो दुनिया

New Delhi/Alive News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से जनता से जुड़े मुद्दों पर बात की. ‘मन की बात’ का यह 38वां एपिसोड है और इस मौके पर पीएम ने देशवासियों को संविधान दिवस की बधाई दी और मुंबई हमले में जान गंवाने वाले लोगों को याद किया. पीएम ने नरेंद्र मोदी मोबाइल ऐप पर जनता से साल 2017 के अच्छे अनुभवों को भी साझा करने की अपील की.

संविधान दिवस के मौके पर पीएम ने कहा कि संविधान बनाने वालों लोगों को याद करना चाहिए, क्योंकि हमारे संविधान ने समाज के गरीब और कमजोर तबके को सरंक्षण प्रदान किया है साथ ही हमें संविधान निर्माताओं पर गर्व करना चाहिए. उन्होंने कहा संविधान निर्माण में बाबा साहब अंबेडरकर का योगदान अहम है और उन्होंने भारत निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

आतंक के खिलाफ एकजुट हो दुनिया
मुंबई हमले को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश हमले में जान गंवाने वालों को कभी नहीं भूल सकता. उन्होंने कहा कि भारत पिछले 4 दशकों से आतंकवाद से पीड़ित है, कुछ साल पहले जब भारत आतंकवाद के खिलाफ चर्चा करता था तब लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते थे. लेकिन आज जब दुनिया के अन्य मुल्क भी इसकी जद में हैं तो सभी मानवतावादी शक्तियां इसके खिलाफ एकजुट होने को तैयार हैं. पीएम ने दुनिया के सभी देशों से आतंक के खात्मे के लिए एक मंच पर आने की अपील की है.

नौसेना के योगदान को किया याद
आगामी 4 दिसंबर को होने वाले नेवी डे पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नदियों के किनारे ही सभ्यताओं का विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि नेवी को याद करते वक्त मराठा नेवी और शिवाजी महाराज का स्मरण भी करना जरूरी है. पीएम ने कहा कि उस दौर में भी नौसेना देश की समुद्री सीमा की रक्षा करती थी. भारतीय नेवी की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य मुल्कों में भी हमारी नेवी अलग-अलग ऑपरेशन चलाकर मदद करती आई है.

देशवासियों को दी ईद की बधाई
प्रधानमंत्री ने देशवासियों को ईद-ए-मिलाद की बधाई देते हुए पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन की बधाई दी. उन्होंने कहा कि समाज में एकता और सद्भाव का भाव हो और सब मिलकर त्योहार मनाएं. पीएम मोदी ने कहा कि यह साल अपने आखिरी पड़ाव में है तो आप सब नरेंद्र मोदी ऐप पर #positiveindia के साथ बीते साल के अपने अच्छे अनुभव साझा कर सकते हैं.

प्रधानमंत्री ने शनिवार को ही आम जनता से सुझाव के तौर पर संदेश भी मांग थे. उन्होंने आम जनता से अनुरोध किया था कि वह इस बार भी पिछली बार की तरह ही बढ़-चढ़कर हिस्सा लें. मोदी ने जनता से नरेंद्र मोदी मोबाइल एप के जरिए भी अपना संदेश साझा करने की बात कही.