April 25, 2024

‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ को पलीता लगा रहा डाक विभाग

Tilak Raj Sharma/Faridabad : ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ को शुरू हुए करीब एक साल पूरा होने जा रहा है। इस योजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा एक जनवरी 2017 से शुरू कर देश के विभिन्न हिस्सो में रह रही सभी गर्भवती महिलाओं के लिए प्रोत्साहन राशि देने के लिए वत्र्तमान सरकार ने योजना शुरू की थी। जनभलाई के लिए शुरू की गई योजना को डाक विभाग और स्वास्थ्य विभाग को इस योजना की पात्र महिलाओं तक पहुंचाने का काम सौंपा गया था। लेकिन योजना के साल पूरे होने के बावजूद भी फरीदाबाद के डाक घरों में पात्र महिलाओं को लाभ नहीं मिल पा रहा है।

बड़े मजे की बात तो यह है कि इस योजना को लेकर पोस्ट मास्टरों तक को पूर्ण जानकारी नही है। इस योजना में भारत सरकार द्वारा उन सभी महिलाओं को प्रथम जीवित बच्चे के लिए 6 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रावधान है। इस योजना की शुरूआत के दौरान गर्भवती हुई महिला और स्तनपान करा रही महिला को भी लाभ मिलेगा।

इस योजना में गर्भवती महिला को आंगनवाड़ी सेंटर, आशा वर्कर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सरकारी अस्पताल में से किसी एक में पंजीकरण कराना होगा। पंजीकृत कराते समय गर्भवती महिलाओं को डाक घर में 50 रूपए से सेविंग खाता खुलवाना होगा और उसे स्वास्थ्य विभाग में पंजीकरण से लिंक कराना होगा। इस योजना की पात्र वह महिला नही हो सकती जो केन्द्रीय या राज्य सरकारों से लाभ ले रही है।

क्या कहना है डाक विभाग अधिकारी का
हां, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की शुरूआत केन्द्र सरकार ने 1 जनवरी को की थी। लेकिन उसको लागू करने के लिए सरकार ने उनके पास 21 नवम्बर 2017 को एक पत्र भेजा था। जिसको लेकर उन्होंने सभी डाक घरों के पोस्ट मास्टरों की बैठक कर योजना के बारे में बता दिया गया था। योजना को लेकर फरीदाबाद मुख्य कार्यालय द्वारा इंस्पेक्टर भी नियुक्त किए गए हैं जो स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर योजना पर काम करेंगे। एक सवाल के जवाब पर कहा कि अगर कोई पोस्ट मास्टर इस योजना से अनभिज्ञ है तो वह झूठ बोल रहा है। अगर वह खाता नही खोलता है तो इसकी शिकायत विभाग के उच्च अधिकारियों को दी सकती है।
-ओमप्रकाश, सहायक अधीक्षक, मुख्य डाकघर बी.के.चौक।