March 29, 2024

प्रश्न पत्र लीक मुद्दा : सरकारी शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल

Panipat/Alive News : नौंवी कक्षा के प्रश्न पत्र चोरी होने की बीज बीईओ दफ्तर के क्लर्क ने ही बो दी। राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में ट्रक से प्रश्न पत्र उतरवा कर चतुर्थ वर्गीय श्रेणी के कर्मचारियों से नहीं रखवाया। बच्चों के कंधों पर प्रश्न पत्र की पेटियां लाद दी। प्रश्न पत्र रखवाने में बरती गई थोड़ी सी लापरवाही ने सरकारी शिक्षा व्यवस्था की पोल पट्टी खोल दी। घटना के 24 घंटे बाद ही संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी से जांच कराने के आदेश जारी कर दिए गए।

हरियाणा शिक्षा बोर्ड मुख्यालय से नौंवी व 11 वीं कक्षा की परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र की पेटियां बीते 23 मार्च को भेजी गई थी। पेटियों (बॉक्स) पर विषयों के लिए अलग अलग क्रमांक लिखा था। बोर्ड स्टाफ की मौजूदगी में पेटियां स्कूल में उतारी गई। स्कूल सूत्रों के मुताबिक मतलौडा, इसराना, समालखा व बापौली की पेटियां उतारने के बाद सबसे अंत में पानीपत ब्लॉक के प्रश्न पत्रों की पेटियां उतारी गई। बीईओ सतपाल सिंह के आदेश पर विश्वासपात्र क्लर्क विजय ने प्रश्न पत्र रिसीव किया। प्रश्न पत्र में दिए गए विषय के सीरियल नंबर देखकर ही पेटियां उतारनी होती है।

मॉडल संस्कृति स्कूल में नौवीं कक्षा के 184 व 11 वीं की 145 पेटियां उतारी गई। पेटियों को कमरे तक रखवाने में सतर्कता नहीं बरती गई। क्लर्क ने चतुर्थ वर्गीय श्रेणी के कर्मचारियों की सेवाएं नहीं ली। बच्चों से प्रश्न पत्र उठवाया। चोरी की बीज यहीं बो दी गई। बोर्ड मुख्यालय से अधिकारियों को प्रश्न पत्र की गोपनीयता बनाए रखने के निर्देश दिए जाते हैं। इसमें तनिक चूक होने पर ही लीक होने जैसी घटनाएं सामने आती है।

ओवरआल जिम्मेवारी बीईओ की
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रश्न पत्र के सुरक्षित रख रखाव की ओवरआल जिम्मेवारी खंड शिक्षा अधिकारी के हाथों में है। लेकिन आमतौर पर विभाग के इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं। प्रश्न पत्र के बंडल के लिए गैर जिम्मेदाराना तरीके से किसी को तैनात कर देते हैं। चूक का एक कारण यह भी है।

संयुक्त निदेशक करेंगे जांच
अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने आदेश जारी कर मौलिक शिक्षा विभाग के एचएस छोक्कर को इंक्वायरी अफसर नियुक्त किया है। निदेशालय से जारी पत्र (1/1-2016 एसीडी (4)) में इस बात का उल्लेख है कि जांच कार्य के बारे में पानीपत डीईओ को सूचित कर दिया गया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर प्रश्न पत्र चोरी मामले की जांच की जाए।

जांच के तीन अहम पहलू
-बीईओ कार्यालय व मॉडल संस्कृति स्कूल में चतुर्थ वर्गीय श्रेणी के कर्मचारी हैं। स्कूल में अलग से चौकीदार भी है। ट्रक से उतारने के बाद नौवीं दसवीं कक्षा के बच्चो से प्रश्न पत्र कमरे में क्यों रखवाया गया।
-प्रश्न पत्र चोरी होने के बाद सब अपने बचाव में बयान दे रहे हैं। एक दूसरे पर फेंक कर मामले का रफा दफा करने में लगे हैं। इससे आपसी तालमेल की कमी उजागर रही है।
-प्रश्न पत्र की गोपनीयता भंग न हो इसके लिए ओवरऑल जिस अधिकारी की डयूटी होती है उसने सुरक्षा चक्र को क्यों नहीं परखा। स्कूल के सबसे अंतिम छोर पर एक कमरे में प्रश्न पत्र रखवाने पर सावधानी क्यों नहीं बरती। चौकीदार को क्यों नहीं अलर्ट किया।