April 26, 2024

एस.सी., एस.टी. एक्ट में बदलाव के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

S.C./S.T. एक्ट अधिनियम कानून के तहत अनुसूचित जातियों के हकों से खिलवाड़ किया गया तो यह अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अन्याय होगा और इस अन्याय को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।

Faridabad/Alive News : सुप्रीम कोर्ट द्वारा एस.सी., एस.टी. एक्ट अधिनियम के बदलाव में आए फैसले को लेकर अनुसूचित जातियों के लोगों में सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है। आज वीर एकलव्य दल के प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र चंदेलिया के नेतृत्व में अनुसूचित जातियों के लोगों ने सैक्टर-12 उपायुक्त कार्यालय पर इक_ा होकर तहसीलदार सुनील शर्मा को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जितेंद्र चंदेलिया ने ज्ञापन में कहा कि इस अधिनियम के तहत सन 1989 में दलितों की सुरक्षा के मद्देनजर एस.एस., एस.टी. एक्ट बनाया गया जिसमें अब बदलाव किया गया है।

उन्होंने कहाकि अगर उपरोक्त कानून के तहत अनुसूचित जातियों के हकों से खिलवाड़ किया गया तो यह अनुसूचित जाति के लोगों के साथ अन्याय होगा और इस अन्याय को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। चंदेलिया ने ज्ञापन में कहा कि दलितो व अनुसूचित जातियों के लोगों पर लंबे समय से अत्याचार किया जाता रहा है जिसको लेकर एस.एस., एस.टी. एक्ट अधिनियम बनाया गया लेकिन अब जब उपरोक्त अधिनियम में बदलाव किया जा रहा है तो शरारती तत्वों खुशी मना रहे है और ऐसे शरारती तत्व गरीब, दलित व अनुसूचित जाति के लोगों विभिन्न तरीकों से अत्याचार करने का रास्ता बनाऐंगे। उन्होंने कहा कि कोर्ट के इस फैसले को लागू होने के बाद अनुसूचित जाति पर और अधिक अत्याचार होंगे।

अब अनुसूचित जाति के लोग पुलिस थानों में जाने से भी डरेंगे। उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद जहां दलित समाज अपने आप को शोषित और उपेक्षित समझेगा, वहीं समाज के प्रति गुंडा तत्वों के हौंसले बुलंद होंगे। इस अवसर पर लोकतंत्र सुरक्षा मंच के जिलाध्यक्ष खेमचंद सैनी पहलवान, पन्हेडा के सरपंच रवि, सुनील कुमार अरूआ, कारना के सरपंच ओमवीर, अजय, अनिल, समीर, बच्चू, रानी, अनीता, रेखा, सोनिया, आरती व पूजा सहित अनेक दलित समाज के लोग मौजूद थे।