March 29, 2024

‘सरस्वती’ भारतीय संस्कृति का मूल दर्शन हैं : रामबिलास शर्मा

Faridabad/ Alive News : हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास ने ‘सरस्वती’ को भारतीय संस्कृति का मूल दर्शन बताते हुए कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेद्री मोदी की सरस्वती जीर्णोद्धार व अनुसंधान की प्रबल्ल इच्छा है। इस दिशा में हम पथ पर आगे बढ रहे हैं और इसमें सभी के सहयोग की सदा अपेक्षा रहेगी।

नई दिल्ली में भारतीय विद्या भवन में वाइडर वेव्स एसोसिएशन फाॅर वैदिक स्टडिज, हरियाणा सरस्वती हेरिटेज डेवलेपमेंट बोर्ड व सेंटर फाॅर इंडोलाॅजी,भारतीय विद्या भवन द्वारा ‘ वैदिक ज्ञान के व्यवहारिक पक्ष ‘ विषय पर आयोजित 21वीं इंडिया काॅन्फ्रेस आॅफ वेव्स में हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने ‘सरस्वती’ पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा सरस्वती हेरिटेज डेवलेपमेंट बोर्ड के उप चेयरमैन प्रशांत भारद्वाज ने की।

हरियाणा सरस्वती हेरिटेज डेवलेपमेंट बोर्ड के तकनीकी सदस्य व इसरो वैज्ञानिक डाॅ.ए. के गुप्ता ने सरस्वती के प्राचीन अस्तित्व व वर्तमान स्थिति पर वैज्ञानिक तथ्यों पर प्रकाश डाला। दिल्ली विश्वविद्यालय (साउथ कैंपस) के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफैसर रमेश भारद्वाज ने अपने व्याख्यान में भारतीय इतिहास,संस्कृति,समाज व जीवन में ‘सरस्वती’ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरस्वती हेरिटेज डेवलेपमेंट बोर्ड का दायरा पंजाब,राजस्थान व गुजरात तक विस्तारित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।

वाराणसी की आनंदवन सोसायटी आॅफ वेद विज्ञान क्रिटिकल स्टडी सदस्या सुवराता विनोद ने वैदिक कालीन ‘सरस्वती’ नदी के संदर्भ में वैदिक प्रमाणिकता व भौगोलिक प्रमाणिकता पर प्रकाश डाला। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियालाॅजी विभाग में सेंटर आॅफ एक्सीलेंस फार रिसर्च आॅन सरस्वती रिवर के निदेशक प्रोफेसर डाॅ.ए.के चौधरी ने अपने व्याख्यान में खनिजों के भौतिक व रासायनिक अध्ययन एवं तलछटों व मृदा के अध्यन के आधार पर सरस्वती नदी के हरियाणा क्षेत्र में प्रवाह होने की प्रमाणिकताएं प्रस्तुत की।

तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम के सेवानिवृत्त कार्यकारी निदेशक व हरियाणा सरस्वती हेरिटेज डेवलेपमेंट बोर्ड के सदस्य एम आर गोपाल राव ने अपने व्याख्यान में सरस्वती नदी के अस्तित्व के संदर्भ में विभिन्न वैज्ञानिक विधियों से किए गए अध्यनों के महत्व पर प्रकाश डाला। संस्कृति अकादमी,हरियाणा के उपाध्यक्ष डाॅ
श्रेयांश द्विवेदी ने अपने संबोधन में सरस्वती वैदिक संदर्भों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन दिल्ली विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग की सेवानिवृत्त प्रोफैसर व वेव्स की अध्यक्षा डाॅ.शशि तिवारी ने किया।