March 28, 2024

सेंट एंथोनी स्कूल में लगी सड़क सुरक्षा नियमो की पाठशाला

Faridabad/Alive News : हेलमेट हाथ या स्कूटी में रखने के लिए नहीं होता है, यह हमारी सुरक्षा के लिए अनिवार्य है। उक्त वाक्य सड़क सुरक्षा के नोडल अधिकारी डॉक्टर डॉ. एम. पी. सिंह ने वीरवार को सेंट एंथोनी स्कूल में  VRL मिड-डे पर आयोजित कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कहे।  स्कूल में पेंटिंग कंपटीशन, ड्राइंग कंपटीशन, क्विज प्रतियोगिता, वियर हेलमेट पर संपन्न की गई। इन सभी प्रतियोगिता में कक्षा नौवीं व दसवीं के लगभग 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सेंट एंथोनी स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती लता गौतम द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में सड़क सुरक्षा के नोडल अधिकारी डॉक्टर एम पी सिंह उपस्थित रहे। वही रेडक्रॉस के सचिव बीबी कथूरिया रेडक्रॉस के उपनिरीक्षक वीरेंदर गौड़ आरटीओ विभाग के लीगल सेल के अधिकारी आचार्य सतीश ट्रैफिक इंचार्ज टीआई धर्मवीर आदि विशेष रुप से कार्यक्रम में उपस्थित थे।

कार्यक्रम में सभी को सम्बोधित करते हुए डॉ.  एम. पी. सिंह ने कहा कि सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत माननीय उच्च न्यायालय के दिशा निर्देशानुसार तथा  परिवहन आयुक्त हरियाणा चंडीगढ़ के आदेशानुसार उपायुक्त समीर पाल सरो IAS के नेतृत्व में इस कार्यक्रम को प्रत्येक स्कूल में चलाया जा रहा है। डॉ.  एम. पी. सिंह ने कहा कि 18 साल की उम्र होने पर ही हमें सही तरीके से अपना ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करना चाहिए। 18 साल से पहले किसी भी प्रकार के वाहन को नहीं चलाना चाहिए। हमें हमेशा  हेलमेट पहनकर ही वाहन चलना चाहिए क्योकि इससे दुर्घटनाएं कम होती हैं और किसी कारण से यदि दुर्घटना हो भी जाती है तो जान जाने का खतरा कम से कम हो जाता है। डॉ.  एम. पी. सिंह ने कहा कि हेलमेट आईएसआई मार्क का ही होना चाहिए। सरकार के द्वारा बनाए गए नियम जनहित व राष्ट्रहित में होते हैं इसलिए उनको कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।

इसके अलावा  डॉ एम पी सिंह ने कहा कि सड़क पर चलते हुए अधिकतर विद्यार्थी केले खाकर छिलकों को फेंक देते हैं जिससे कई बार बहुत बड़ी दुर्घटना भी हो जाती है। हमारे देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी स्वच्छता के बारे में बहुत चिंतित हैं और हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय मनोहर लाल खट्टर भी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रहे हैं उनका कहना है कि स्वच्छ शहर बनाने के लिए नियमों को अपने अंदर निहित करना होगा। इस विषय पर डॉ एम पी सिंह ने गंभीरता से कहा कि खाने-पीने की वस्तुओ के छिलको व व्यर्थ की वस्तुओं को सड़कों पर या गलियों में ना डालें। ऐसा करने से दुर्घटना होने की ज्यादा संभावनाए होती हैं।

वही.कार्यक्रम में बीबी कथूरिया ने कहा कि सड़क पर लगे चिन्ह व प्रतीक आप को जागरुक करने के लिए हैं उनका पालन अवश्य करना चाहिए। वीरेंदर गौड़ ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि मेरे सिर पर हेलमेट नहीं होता तो आज मैं आपके सम्मुख नहीं खड़ा होता। सड़क दुर्घटना में हेलमेट ने ही मुझे बचाया आचार्य सतीश ने कहा कि बिना हेलमेट के 3 महीने तक की सजा हो सकती है और ₹300 से लेकर ₹2000 तक का जुर्माना हो सकता है।

विद्यालय की प्रधानाचार्य मोनिका यादव ने आए हुए अतिथियों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया और विद्यालय की निदेशक आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया सभी विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और सभी विद्यार्थियों ने शपथ ली कि वे आज के बाद किसी भी नियम को नहीं तोडेंगे।