April 20, 2024

सोनिया गांधी के मन में बसता है भारत : सत्यवीर डागर

Faridabad/Alive News : कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा तथा यूपीए की चैयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी के जन्मदिन पर आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सत्यवीर डागर ने बल्लभगढ विधानसभा क्षेत्र की भगत सिंह कालोनी स्थित अनाथ व असहाय बच्चों के स्कूल में बच्चों को मिठाई व फल बांट कर मनाया।

इस मौके पर सत्यवीर डागर ने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी का जीवन अपने परिवार की तरह से लोगों के लिए प्ररेणा का स्त्रोत रहा है। डागर ने कहा कि सोनिया गांधी आज के युग में त्याग की प्रतिमूर्ति हैं, जब पूरा देश उनको भारत बर्ष का प्रधानमंत्री बनाने के लिए बहुमत दे रहा था उस समय पर उन्होंने डाक्टर मनमोहन सिंह जैसे अर्थशास्त्री को देश की सेवा में लगाया ताकि विश्वव्यापी आर्थिक मंदी से भारत को बचाया जा सके और वह अपनी इस नीति में सफल भी रहीं।

डागर के अनुसार यह श्रीमती गांधी की दूरदर्शिता ही थी कि उन्होंने विश्व की आर्थिक स्थिति को पहचाना तथा उस समय से आर्थिक संकट से देश को बाखूबी निकाल दिया। उन्होंने कहा कि श्रीमती गांधी की यही सोच है कि उन्होनें कभी अपने राजनैतिक हितों के लिए देश के सम्मान के साथ समझौता नहीं किया।

उन्होंने कहा कि आज वेशक राजनैतिक माहौल श्रीमती सोनिया गांधी के अनुकूल नहीं है पर वह सत्ताधारी दल के नेताओं की भांति गैर जिम्मेदाराना बयानों से बच हमेशा देश के विकास के लिए चिंतित रहतीं हैं यह इस बात का प्रमाण है कि सोनिया गांधी के मन में भारत बसता है।

डागर ने कहा कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने पहले देश को आजादी दिलाई और फिर देश निर्माण का काम किया। और लगातार सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्व में देश निर्माण में लगी रहेगी।

इस मौके महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष व फरीदाबाद प्रभारी श्रीमती सीमा जैन ने कहा कि कांग्रेस राज में यदि महिला सुरक्षित थीं तो वह इसी कारण से कि कांगे्रस व सोनिया गांधी महिलाओं के सम्मान को समझतीं थीं, लेकिन आज ऐेसे लोग सत्ता में हैं जिनको महिलाओं के बारे में जानकारी ही नहीं तो वह महिला सम्मान कैसे व क्यों कर पाएंगें।

उन्होंने कहा कि आज देश को जरुरत फिर से सोनिया गांधी जैसे नेता की है जो कि पूरे समाज को एक साथ लेकर चल सके। इस मौके पर इनके साथ पूर्व ब्लाक कांग्रेसाध्यक्ष गोपी चंद शर्मा, मकरंद शर्मा, कुलदीप चौधरी, रमेश कुमार, सुनीता फागना, मधु सिंह प्रमुख रुप से उपस्थित थीं