March 28, 2024

इस महीने के अंत तक बांग्लादेश दौरे पर जाएंगी सुषमा स्वराज

New Delhi/Alive News : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस महीने के अंत तक ढाका में संयुक्त विचार-विमर्श आयोग बैठक में हिस्सा लेने बांग्लादेश के दौरे पर जाएंगी. सुषमा का दो दिवसीय दौरा ऐसे वक्त में आया है जब बांग्लादेश में हजारों रोहिंग्या शरणार्थी शरण ले रहे हैं. एक चैनल के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार म्यामां के रखाइन प्रांत में वहां की सेना द्वारा चलाए जा रहे अभियान के कारण वे भागकर बांग्लादेश पहुंच रहे हैं. बांग्लादेश के विदेश सचिव शाहिदुल हक ने बांग्लादेश उच्चायोग में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान आज कहा कि मंत्री 23 और 24 अक्टूबर को बैठक में हिस्सा लेने के लिए ढाका जाएंगी.

बांग्लादेश ने रोहिंग्या को रोकने के लिए बर्बाद की नौकाएं
बांग्लादेश इन दिनों रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्या से जूझ रहा है. एक बयान में स्थानीय अधिकारियों ने शरणार्थियों की मौजूदगी के कारण सांप्रदायिक हिंसा होने की आशंका भी जताई थी. वहीं 5 अक्टूबर को खबर आई थी कि बांग्लादेश ने हिंसाग्रस्त म्यांमार से रोहिंग्या शरणार्थियों और अवैध मादक पदार्थ की तस्करी बांग्लादेश सीमा में करने से रोकने के लिए कम से कम 30 लकड़ी की नौकाएं नष्ट की हैं.

अधिकारियों ने बताया कि सीमा रक्षकों ने नौकाएं जब्त की और उनके कैप्टन को गिरफ्तार किया. एक सीमा रक्षा अधिकारी ने बताया कि पांच लाख से अधिक रोहिंग्या रखाइन में जातीय हिंसा के चलते गत अगस्त से भागे हैं. ये सभी नौकाओं से नाफ नदी पार करके बांग्लादेश आये हैं. यह नदी म्यांमार और बांग्लादेश को बांटती है. उन्होंने कहा कि हमें 30 नौकाएं नष्ट करने के लिए कहा गया. ये हाथ से चलायी जाने वाली नौकाएं हैं. सरकार के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की कि 39 लोगों लोगों से नाफ नदी पार कराने के लिए अधिक राशि लेने के लिए छह महीने जेल की सजा सुनायी गई. इनमें से अधिकतर रोहिंग्या थे जो कि बांग्लादेश में रह रहे थे.

म्यांमार रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने को तैयार
बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने कहा है कि म्यामांर ने हजारों रोहिंग्या लोगों को वापस लेने का प्रस्ताव किया है. हाल के हफ्तों में ये लोग बांग्लादेश भाग गए थे. बांग्लादेश के विदेश मंत्री एएच महमूद अली ने म्यामांर के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि के साथ बातचीत के बाद यह जानकारी दी. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘वार्ता दोस्ताना माहौल में हुई और म्यामांर ने रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने का प्रस्ताव किया है’.