April 25, 2024

…… तो इसलिए बार-बार वॉशरूम जाती हैं महिलायें

ओवर एक्टिव ब्लैडर के कारण महिलाएं बार-बार वॉशरूम जाती हैं। यानी यह वह स्थिति होती है, जब किसी महिला का अपने ब्‍लैडर पर नियंत्रण नहीं रहता, इस स्थिति को यूरीन इंकांटीनेंस (मूत्र असंयम) भी कहते हैं।

क्‍यों बार-बार वॉशरूम जाती हैं महिलायें
ओवर एक्टिव ब्लैडर के कारण महिलाएं बार-बार वॉशरूम जाती हैं। आम बोलचाल की भाषा में कहें तो यह वह स्थिति होती है, जब किसी महिला का अपने ब्‍लैडर (यह यूरीनेशन के लिए जिम्‍मेदार होती है) पर नियंत्रण नहीं रहता, इस स्थिति को यूरीन इंकांटीनेंस (मूत्र असंयम) भी कहते हैं। यह स्थिति बहुत ही शर्मनाक होती है, इसमें महिला खुद को असहज अहसूस करती है। कई बार तो खांसने, छींकने, हंसने, सामान उठाने, सीढि़या चढ़ने आदि सामान्‍य स्थिति में यूरीन का रिसाव हो जाता है।

महिलाओं में ओवर एक्टिव ब्लैडर
‘दी नेशनल एसोसिएशन फॉर कॉन्टिनेंस’ (NAFC) के अनुसार, महिलायें में ब्‍लैडर इंकांटीनेंस की समस्‍या का अनुभव पुरुषों के मुकाबले दोगुना होता है। इसमें ओवरएक्टिव ब्‍लैडर या मूत्र असंयम शामिल हैं। 20 से 45 की आयु की महिलायें ओवरएक्टिव ब्‍लैडर की समस्या का शिकार अधिक होती हैं। इस उम्र की महिलाओं में यह समस्या, बाकी उम्र से 40 प्रतिशत तक अधिक होती है।

ओवर एक्टिव ब्‍लैडर के प्रकार
पेट की निचली मांसपेशियों पर अत्‍यधिक दबाव के कारण महिलाओं का मूत्र पर नियंत्रण नहीं रहता। ऐसा व्यायाम, छींकने, हंसने अथवा खांसने के दौरान हो सकता है। तनाव असंयम में पेल्विक ऊतक और मांसपेशियां के कमजोर होने के कारण होता हैं। अगर कोई महिला अपना मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं कर पाती है, तो यह इस बात का संकेत है कि वह ओवरफ्लो असंयम से जूझ रही है। इस परिस्थिति में मूत्राशय पूरा भरने के बाद महिला को मूत्र लीक होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा तीव्र असंयम की समस्‍या अति सक्रिय मूत्राशय के कारण होती है। इस समस्‍या के होने पर महिला को वॉशरूम तक पहुंचने की बहुत जल्‍दी होती है, लेकिन वहां तक पहुंचने तक भी वह अपने मूत्र पर नियंत्रण नहीं रख पाती।