April 24, 2024

सोच को वास्तविक स्वरूप में लाने वाला ही सफल नेता है : देवाशीष

Faridabad : फाउंडेशन ऑफ़ मैनेजमेंट रिसर्च एंड ट्रेनिंग (गैर सरकारी संगठन) नामक संस्था तथा संस्था की ‘वूमेन लीडरशिप’विषय पर आधारित पहली कार्यशाला का शुभारम्भ शुक्रवार को होटल रेडिसन ब्लू मे हुआ। इस संस्था की चेयरमैन डॉ. ज्योति राणा है। डॉ. ज्योति राणा डीएवी शताब्दी कॉलेज पी जी कॉमर्स एवं विपणन विभाग की विभागाध्यक्ष के रूप मे कार्यरत है।

उद्घाटन समारोह के लिए आई.आई.एम दिल्ली के डायरेक्टर-जनरल, प्रोफेसर देबाशीष चटर्जी मुख्य अतिथि थे। प्रोफेसर देबाशीष चटर्जी विश्व के एक अग्रणी नेतृत्व विशेषज्ञ तथा आई आई एम कोझी खोड़ के भूतपूर्व डायरेक्टर भी रह चुके है।उनके द्वारा लिखी गयी 17 किताबे,(जिनमे इनविजिबल अर्जुना सम्मिलित है) यह किताबे विश्व के छह महाद्वीपों मे पढाई जाती है।तथा इनका अनुवाद विश्व की 8 भाषाओ मे भी किया गया है।

अपने सम्बोधन मे प्रोफेसर देबाशीष चटर्जी ने लाइसेंस लीडरशिप की अवधारणा पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एक सफल नेता वही है, जो अपनी सोच को वास्तविकता मे बदल सकता है और उद्देश्य स्वधर्म और कार्यो पर डय़ां केदारित रखता है। और समाज के हित मे योगदान देता है। शुभारम्भ समारोह के पश्चात कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका संचालन मुख्य वक्ता के तौर पर संस्था की अध्यक्षा डॉ ज्योति राणा ने किया।

कार्यशाला का केंद्र बिंदू यह था कि किस प्रकार रचनात्मकता को क्षमता मे परिवर्तित कर अपने प्रदर्शन एंव प्रभावशीलता को बढ़ाया जा सकता है। तीन घंटे की इस कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों से संभावित उच्च स्तर की 50 से अधिक महिला प्रतिभागियों ने भाग लिया।

जिनमे मुख्यता मैनेजिंग डायरेक्टर, विभिन्न कंपनियों के चेयर पर्सन तथा प्रिंसिपल, चटाइर्ड, एकाउंटेंट्स, शिक्षक, इच्छुक उद्यमी, शोधकर्ता एसोसिएट प्रोफेसर, कंसल्टेंट्स इत्यादि सम्मिलित रहे। कार्यशाला के समापन पर सभी प्रतिभागयो को प्रमाण-पत्र दिए गए।