March 29, 2024

नाली के रास्ते को लेकर दो युवकों में झडफ़

Faridabad/Alive News :मामूली कहासुनी को लेकर गांव बडख़ल में 1 अगस्त को हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही न किए जाने और इस मामले में आईओ चौकी इंचार्ज विनोद कुमार के ढुलमुल रवैये से नाराज सैंकड़ों लोग पुलिस उपायुक्त, हेडक्वार्टर विरेन्द्र विज से मिले और जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। डीसीपी विज ने लोगों की समस्या को गंभीरता से सुनते हुए दो दिन के अंदर हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।

क्या था ममला : 1 अगस्त, 2016 को बडख़ल एक्सटेंशन में सरताज नामक युवक नाली के रास्ते निकाल रहा था, तभी उसका पड़ोसी युवकों ने विरोध किया और धीरे-धीरे मामूली नाली को लेकर बात इतनी बढ़ गई कि पड़ोसी युवकों ने नुकीले हथियार से उस पर प्रहार कर दिया इसी बीच सरताज का बड़ा भाई आसिफ (38 वर्ष) झगड़े में पहुंचा तो युवकों ने उसकी गर्दन और सीने पर वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई और सरताज पूरी तरह से घायल हो गया जिसे आनन फानन में इलाज के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और मृतक आसिफ को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया है। मृतक परिवार यूपी का रहने वाला है और काफी समय से बडख़ल एक्सटेंशन में दिल्ली वाली मस्जिद के सामने रह रहे हैं।

आसिफ की मृत्यु के बाद पुलिस ने उसके भाई सरताज की शिकायत पर थाना सूृरजकुंड में एफआईआर नं. 502 के तहत एक महिला सहित 6 आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। जिसमें पुलिस ने तीन आरोपियों को उसी दिन पकड़ लिया, मगर उनमें से दो को नाबालिग बताकर छोड़ दिया गया। परिजनों का आरोप है कि केस के आईओ विनोद कुमार जानबूझकर मामले में ढील बरत रहे हैं और पीडि़त पक्ष के साथ उनका बर्ताव भी अच्छा नहीं है, न ही वह उनको कुछ बता रहे हैं। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी करने में नाकाम साबित रही है।

इस अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्षा डॉ. राधा नरूला, ज्ञानचंद आहूजा, सैफी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान संजय सैफी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैफी वैलफेयर एसो. शमीम सैफी, जाकिर सैफी, रज्जाक सैफी, जलाली सैफी, सलीम सैफी, हाजी रसीद खान, आसिफ सैफी लोकसभा सचिव युवा कांग्रेस, चमन सैफी, अली हसन, अयुब सैफी, पपू सैफी, शफी सैफी, जान मोहम्मद, शमसुद्ीन सैफी, नवाब सैफी, नौशाद सैफी, हाजी शाबिर सैफी, कल्लू सैफी, बबलू सैफी, हाजी शौकत, रियासत सैफी, यासीन सैफी, जाकिर, याकूब आदि मौजूद थे।