April 24, 2024

हेल्‍थ और फिटनेस के वो झूठ….जिन्हें जानना है जरूरी

स्वास्थ्य के संबंध में हम देखते हैं कि किसी बीमारी या समस्या को लेकर आए दिन नए शोध हो रहे हैं। हर शोध में नए नए आयामों को देखा जाता है। जबकि हेल्‍थ और फिटनेस को लेकर कई मिथ ऐसे हैं जिनको लेकर आज भी लोग गलतफहमी के शिकार बने हुए हैं। या यूं भी कह सकते हैं कि फिटनेस के क्षेत्र में ये मिथ एक मानदंड बन चुके हैं। जिसके चलते ये मिथ हमारे स्‍वास्‍थ्‍य को प्रभावित करती हैं। इसलिए इन मिथकों पर भरोसा करने से बचे। आज हम आपको ऐसे ही 5 मिथ बता रहे हैं जिन्हें आपको जानना बहुत जरूरी है।

रात में एक्सरसाइज
ऐसा कहा जाता है कि रात के वक्त कभी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। ऐसा मिथ है कि रात को एक्सरसाइज करने से नींद ना आने की समस्या होती है। जबकि पेलोटन साइकिल की हेड कोच जेसिका किंग का कहना है कि रात के वक्त एक्सरसाइज करने से व्यक्ति अधिक ऊर्जावान महसूस करता है। इसके साथ ही रात को वर्कआउट करने से आप दिन भर के तनाव को दूर कर सकते हैं और सोने से पहले अपने आपको हल्का महसूस करा सकते हैं।

वर्कआउट से पहले ना खाना
अधकतर फिटनेस प्रेमियों का मानना है कि सुबह वर्कआउट से पहले गलती से भी कुछ नहीं खाना चाहिए। लोगों के जहन में ये अवधारणा बैठ चुकी है कि सुबह के वक्त सबसे ज्यादा फैट बर्न किया जा सकता है। ऐसे में अगर वो वर्कआउट से पहले कुछ खाते हैं तो फैट बर्न होने में काफी दिक्कत होगी। जबकि जेसिका किंग का स्पष्ट शब्दों में कहना है कि सुबह वर्कआउट से पहले कुछ हेल्दी खाना चाहिए। जैसे स्प्राउटिड चने, स्मूदी या उबले हुए अण्डे खा सकते हैं।

भारी वजन उठाना
एक मिथ ये भी है कि मसल्स बनाने के लिए भारी वजन ही उठाना पड़ता है। जबकि फिजिक कोच जॉन मीडोज का कहना है वैज्ञानिक अनुसंधान ने माना है कि वजन के समग्र मात्रा समय के साथ मांसपेशियों को तैयार करता है, न कि वजन कितना भारी है यह तय करता है। इसके अलावा, अगर आप किसी भी प्रकार के वजन-प्रशिक्षण से बच रहे हैं क्योंकि आपको लगता है कि यह आपके शरीर को किसी प्रकार से नुकसान पहुंचा सकता है तो चिंता न करें, ऐसा नहीं है। असल में मांसपेशियों को बनाने के लिए आपको टेस्टोस्टेरोन की ज़रूरत है।

ज्यादा पसीना आना
सबसे बड़ा मिथ तो ये है कि अगर आपको वर्कआउट करते वक्त पसीना नहीं आएगा, तो इसका मतलब कि आप सही से वर्कआउट नहीं कर रहे हैं। जबकि इस मिथ पर विश्वास करने से पहले पहले ये जानने की जरूरत है कि पसीना आना फैट बर्न नहीं बल्कि वॉटर बर्न का लक्षण है। अगर आपको वर्कआउट करते वक्त पसीना नहीं आता तो आपको अपनी मेहनत के संदर्भ में जरा भी संदेह करने की जरूरत नहीं है।

चोट से बचने के लिए खिंचाव
ऐसा भी कहा जाता है कि वर्कआउट करने से पहले आपको स्ट्रेच करना चाहिए ताकि चोट लगने से बचा जा सके। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। आप वर्कआउट के बाद भी स्ट्रेच कर सकते हैं। ये भी काफी फायदेमंद होता है।