March 29, 2024

आयुष यूनिवर्सिटी में शीघ्र नियुक्त होंगे कुलपति व कुलसचिव : सुधा

Kurukshetra / Alive News : थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि देश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी के लिए शीघ्र ही कुलपति और कुलसचिव की नियुक्ति सरकार की तरफ से कर दी जाएगी। इस आयुष युनिवर्सिटी को फिलहाल श्रीकृष्णा आयुर्वेदिक कालेज की बिल्डिंग में ही शुरु किया जाएगा। इस यूनिवर्सिटी के शैक्षणिक कोर्सो, विभागों और तमाम अधिकारियों की शक्तियों का भी उल्लेख एक्ट में कर दिया गया हैं। इस एक्ट के अनुसार यूनिवर्सिटी में अथोरिटी के रुप में कार्ट, एक्जीक्यूटिव कांउसिल, अकैडमिक कांउसिल, फाईनांस कमेटी, फैक्लटी, अकैडमिक प्लानिंग बोर्ड का भी गठन किया जाएगा।

विधायक सुभाष सुधा ने बुधवार को देर सायं चंड़ीगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से बातचीत की हैं। विधायक ने देश की पहली आयुष यूनिवर्सिटी के एक्ट को तैयार करने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ-साथ यूनिवर्सिटी के लिए 100 एकड़ जमीन देने पर गांव फतुपुर के सरपंच शमशेर व गांव के प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के प्रयासों से ही थानेसर विधानसभा क्षेत्र के गांव फतुपुर में श्रीकृष्णा आयुष यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्र स्थापित की जाएगी। इस यूनिवर्सिटी का संचालन करने के लिए एक्ट भी तैयार कर दिया गया हैं।

उन्होंने कहा कि अब इस यूनिवर्सिटी के प्रांगण में आयुर्वेदा, सिद्धा, योगा, प्राकृतिक पद्धति, यूनानी और होम्योपैथी की उच्चस्तरीय शिक्षा दी जाएगी। इस यूनिवर्सिटी में शिक्षा देने के साथ-साथ आयुष की पांचों पद्धतियों से लोगों का इलाज भी किया जाएगा। इस यूनिवर्सिटी को गांव फतुपुर में स्थापित करने की अधिसूचना भी राज्य सरकार द्वारा शीघ्र जारी कर दी जाएगी। इस यूनिवर्सिटी के बनने से कुरुक्षेत्र ही नहीं हरियाणा प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को फायदा मिलेगा। इतना ही नहीं आयुष में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रदेश के विद्यार्थियों को दूसरे प्रदेशों में भी नहीं जाना पड़ेगा।

इस यूनिवर्सिटी एक्ट के अनुसार राज्यपाल हरियाणा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होंगे और कुलपति, उपकुलपति, रजिस्ट्रार के पद भी सजृत किए गए हैं। इसके अलावा इस एक्ट के अनुसार यूनिवर्सिटी में अथोरिटी के रुप में कार्ट, एक्जीक्यूटिव कांउसिल, अकैडमिक कांउसिल, फाईनांस कमेटी, फैक्लटी, अकैडमिक प्लानिंग बोर्ड का भी गठन किया जाएगा। विधायक ने कहा कि राज्य सरकार के इस फैसले से कुरुक्षेत्र का नाम विश्व के मानचित्र पर आयुष शिक्षा के रुप में जाना जाएगा।

इस क्षेत्र में विश्वविद्यालय बनने से कुरुक्षेत्र आर्थिक रुप से भी मजबुत होगा और इस क्षेत्र के विकास में चार चांद लगेंगे। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अहम भुमिका निभाई हैं। इस यूनिवर्सिटी के क्रियान्वन होने से प्रदेश के सभी आयुर्वेदिक कालेजों को इस यूनिवर्सिटी के साथ जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव फतुपुर को भी योगदान देने के लिए हमेशा याद रखा जाएगा।