April 24, 2024

वाईएमसीए के मैकेनिकल इंजीनियर्स ने बनाया ऑल टरेन व्हीकल

Faridabad/Alive News :  वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों द्वारा डिजाइन एवं विकसित ऑल टरेन व्हीकल (सभी तरह के मैदानों पर चलने में सक्षम वाहन) को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शित किया गया। यह वाहन एसएई इंडिया द्वारा आईआईटी, रोपड़, पंजाब में 9 से 11 मार्च, 2018 तक होने वाली एसएई इंडिया बाहा सीरिज के 11वें संस्करण में हिस्सा लेगी।

इस ऑल टरेन व्हीकल का अनावरण कुलपति प्रो. दिनेश कुमार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस वाहन को ‘एयोलस 4.0’ नाम दिया गया है जो हवाओं के यूनानी देवता के नाम से प्रेरित है। इस वाहन का सफल परीक्षण विश्वविद्यालय की 25 सदस्यीय मैकनैक्सट रेसिंग टीम द्वारा किया गया।

कुलपति प्रो. दिनेश ने टीम के सदस्यों को परियोजना की सफलता पर शुभकामनाएं दी तथा वाहन को डिजाइन एवं तैयार करने में सहयोग देने वाली सभी फैकल्टी सदस्यों एवं विद्यार्थियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की परियोजनाओं से सही मायने में इंजीनियरिंग के कौशल सीखने का अवसर मिलता है। यह विद्यार्थियों की इनोवेशन का एक अनूठी उदाहरण है जोकि हल्का कारगर तथा कुशल होने के साथ-साथ उपयोग में भी काफी सुविधाजनक है।

इस अवसर पर कुलपति ने कार्यक्रम में मौजूद विश्वविद्यालय के भूतपूर्व छात्रों तथा प्रायोजका का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने विद्यार्थियों को वाहन बनाने में तकनीकी तथा वित्तीय सहयोग प्रदान किया।
अधिष्ठाता (संस्थान) प्रो. संदीप ग्रोवर तथा मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के चेयरमैन प्रो. तिलक राज ने भी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी है।

प्रो. तिलक राज ने बताया कि विगत वर्ष इंदौर में आयोजित बाहा एसएई 2017 इवेंट में विश्वविद्यालय की टीम ने इनोवेशन तथा लागत मूल्य की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार जीता था। उन्होंने आशा जताई कि इस बार भी टीम का प्रदर्शन बेहतरीन रहेगा।

परियोजना में विद्यार्थियों के मार्गदर्शक रहे मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर डॉ० मुकेश गुप्ता ने बताया कि टीम इवेंट में अपने अवसरों को लेकर बेहद सकारात्मक है। प्रतियोगिता में देशभर से सभी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों तथा इंजीनियरिंग संस्थानों की टीमें हिस्सा लेंगी तथा यह टीम के लिए काफी चुनौतिपूर्ण रहेगा।

उन्होंने बताया कि नया एवीटी वाहन 10 हाॅर्स पावर इंजन तथा कस्टमाइज गियर बॉक्स लगा है। वाहन का वजन लगभग 155 किलोग्राम है तथा वाहन को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसके चारों पहिये वाहन को गति प्रदान करते है। हालांकि वाहन में परिस्थिति के अनुसार टू-व्हील ड्राइव सिस्टम का विकल्प भी है। जिससे वाहन द्वारा केवल दो पहियों को गति मिलेगी। इसके साथ-साथ वाहन 45 डिग्री की खड़ी चढ़ाई व सीढियों पर चढने में भी सक्षम है और लगभग पांच फुट की ऊंचाई से सीधा नीचे मैदान पर आसानी से आ सकता है। जिससे वाहन या चालक को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचती।

वाहन के निर्माण पर लगभग 4.5 लाख रुपये की लागत आई है, जिसे विद्यार्थियों ने कड़ी मेहनत से लगभग चार महीनों की समय अवधि में पूरा किया है। वाहन की अधिकतम गति सीमा लगभग 60 किमी प्रति घंटा है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर होने जा रही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने को लेकर विद्यार्थी काफी उत्साहित है। वाहन के परीक्षण एवं अन्य तैयारियां पूरी कर ली गई है और उम्मीद है कि विद्यार्थी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान मैकनैक्सट रेसिंग टीम के कैप्टन व ड्राइवर उदित सेतिया ने वाहन की क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि बाहा एसएई इंडिया सीरिज अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग विद्यार्थियों का इवेंट है, जिसे सोसाइटी आफ आॅटोमेटिव इंजीनियर्स, यूएसए द्वारा विश्व स्तर पर आयोजित किया जाता है। तीन दिनों के इवेंट में विद्यार्थियों द्वारा निर्मित ऑल टरेन व्हीकल की डिजाइनिंग, निर्माण तथा रेसिंग की गुणवत्ता इत्यादि को परखा जाता है। प्रतियोगिता का उद्देश्य एवीटी वाहन निर्माण के लिए विद्यार्थियों में इंजीनियरिंग के व्यवहारिक अभ्यास को बढ़ावा देना है ताकि ऐसे वाहन के डिजाइन व निर्माण तथा उपयोगिता को लेकर विद्यार्थियों की समझ बढ़ सके।